
मुंबई। लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल ने घोषणा की है कि मूर्ति विसर्जन की तैयारियों के चलते भक्तों के लिए दर्शन कतारों को चरणबद्ध तरीके से बंद किया जाएगा, ताकि विदाई समारोह सुचारू रूप से संपन्न हो सके। सबसे पहले चरण स्पर्श कतार गुरुवार, 4 सितंबर 2025 को रात 11:59 बजे बंद होगी, जबकि “मुख दर्शन” कतार शुक्रवार, 5 सितंबर 2025 को रात 11:59 बजे से बंद कर दी जाएगी। यह कदम अनंत चतुर्दशी से पहले बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने और विसर्जन व्यवस्था को सुव्यवस्थित बनाए रखने के उद्देश्य से उठाया गया है। हर वर्ष की तरह इस बार भी लालबागचा राजा, जिसे मनोकामना पूर्ण करने वाला देवता माना जाता है, के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु पहुँचे हैं। दस दिवसीय गणेशोत्सव के दौरान वातावरण “गणपति बप्पा मोरया” के जयकारों से गूंज उठा है और मंडलों में आरती, भजन और पारंपरिक प्रसाद जैसे मोदक वितरित किए जा रहे हैं। अनंत चतुर्दशी के दिन पारंपरिक संगीत, नृत्य और मंत्रोच्चार के बीच भव्य विसर्जन जुलूस निकाला जाएगा और मूर्ति को गिरगाँव चौपाटी पर अरब सागर में विसर्जित किया जाएगा। यह परंपरा भगवान गणेश को ज्ञान, समृद्धि और नई शुरुआत के प्रतीक के रूप में सम्मानित करने के साथ-साथ भक्तों के बीच आस्था और उत्सव का प्रतीक बनी हुई है।