
मुंबई। महाराष्ट्र विधान परिषद के अध्यक्ष प्रो.राम शिंदे ने बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) को निर्देश दिया है कि मुंबई शहर में संचालित सभी निजी कोचिंग कक्षाओं का निरीक्षण करने के लिए एक विशेष समिति गठित की जाए। यह समिति निजी कक्षाओं की विस्तृत जांच कर 15 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। हाल ही में विधान भवन में आयोजित बैठक में अध्यक्ष प्रो. राम शिंदे की अध्यक्षता में यह निर्णय लिया गया। बैठक में विधान परिषद सदस्य राजेश राठौड़ द्वारा उठाए गए उस मुद्दे पर चर्चा हुई, जिसमें इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश की तैयारी करवाने वाली निजी कोचिंग कक्षाओं द्वारा छात्रों से की जा रही धोखाधड़ी, विशेषकर मुंबई में एलन क्लासेस की शाखाओं से जुड़ी अनियमितताओं की ओर ध्यान आकर्षित किया गया था। इस बैठक में स्कूली शिक्षा मंत्री दादाजी भुसे, विधायक राजेश राठौड़, स्कूली शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव रणजीतसिंह देओल, मुंबई महानगरपालिका और शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। अध्यक्ष ने निर्देश दिया कि इन कोचिंग संस्थानों के संचालन स्थल, अग्नि सुरक्षा मानक, पार्किंग व्यवस्था, शुल्क संरचना, कर चोरी, तथा आवासीय इमारतों में बिना अनुमति संचालित कक्षाओं जैसे पहलुओं की गहन जांच की जाए। साथ ही, विद्यार्थियों से वसूली जाने वाली फीस और वास्तविक रूप से दर्ज की गई राशि की भी जांच अनिवार्य की जाए। बैठक में शिक्षा मंत्री दादाजी भुसे ने बताया कि राज्य में निजी कोचिंग कक्षाओं के नियमन के लिए एक मसौदा विधेयक तैयार किया जा रहा है। अध्यक्ष प्रो. शिंदे ने सुझाव दिया कि इस विधेयक को व्यापक और प्रभावी बनाने के लिए जनता से भी सुझाव आमंत्रित किए जाएं। उन्होंने कहा कि आगामी शीतकालीन सत्र में इस विषय पर एक विस्तृत विधेयक विधानसभा में पेश किया जाना चाहिए, ताकि निजी कोचिंग संस्थानों की जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके।




