
मुंबई। केंद्र सरकार ने छत्रपति संभाजीनगर से परभणी तक की रेलवे लाइन के दोहरीकरण को शुक्रवार को अंतिम मंज़ूरी दे दी है, जिससे मराठवाड़ा के विकास को नई गति मिलेगी। इस परियोजना के लिए 2,179 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। राज्य की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री और परभणी ज़िले की संरक्षक मंत्री मेघना साकोरे-बोर्डिकर ने इसे मराठवाड़ा के लिए ऐतिहासिक कदम और वर्षों पुराना सपना पूरा होने की संज्ञा दी है। इस 177 किलोमीटर लंबी दोहरी रेललाइन परियोजना के लिए मंत्री साकोरे-बोर्डिकर ने स्वयं केंद्र सरकार से अनवरत प्रयास किए थे। उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंज़ूरी के साथ ही अब इस परियोजना का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया है। इससे छत्रपति संभाजीनगर और परभणी के बीच ट्रेनों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकेगी। राज्य मंत्री साकोरे-बोर्डिकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का आभार प्रकट करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री फडणवीस के माध्यम से केंद्र सरकार के साथ किए गए प्रयासों से यह मंज़ूरी संभव हो सकी। यह मराठवाड़ा के विकास में एक मील का पत्थर सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि दोहरीकरण से केवल आम यात्रियों को ही नहीं, बल्कि किसानों, व्यापारियों, विद्यार्थियों, पेशेवरों और उद्योगों को भी व्यापक लाभ मिलेगा। क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार के साथ माल ढुलाई और यात्री ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी, जिससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। मंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री फडणवीस की प्राथमिकता मराठवाड़ा जैसे पिछड़े क्षेत्रों में आधारभूत ढाँचे को सशक्त करना है, और यह परियोजना उसी दिशा में एक बड़ा और निर्णायक कदम है।