
मुंबई। जोगेश्वरी पूर्व में एक दर्दनाक हादसे के बाद इलाके में आक्रोश फैल गया है। बुधवार को 22 वर्षीय संस्कृति अमीन की मौत उस समय हो गई जब उनके घर के बाहर निर्माणाधीन इमारत से गिरा सीमेंट ब्लॉक उनके सिर पर आ लगा। घटना के तीन दिन बाद, मेघवाड़ी पुलिस ने शनिवार को इस मामले में दो लोगों- साइट इंजीनियर शंभू कुमार पलट पासवान (29) और साइट मैनेजर गौरव दिनेशभाई सोंडागर (39) को गैर इरादतन हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह हादसा मजासवाड़ी, ठाकुर रोड स्थित एक निर्माण स्थल पर हुआ था, जहाँ श्रद्धा लाइफस्टाइल एलएलपी कंपनी द्वारा बिल्डिंग का काम चल रहा है। पुलिस के अनुसार, घटना के वक्त संस्कृति सुबह करीब 9.30 बजे अपने घर से काम पर जाने के लिए निकली थीं, तभी 21वीं मंजिल से गिरा एक कंक्रीट ब्लॉक उनके सिर पर गिर गया और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। संस्कृति के पिता ने पुलिस में दर्ज शिकायत में कहा कि डेवलपर कंपनी ने साइट पर पर्याप्त सुरक्षा उपाय नहीं किए थे, जिसके कारण यह दुर्घटना घातक साबित हुई। पुलिस ने कंपनी और उसके संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या) और धारा 34 (साझा इरादा) के तहत मामला दर्ज किया है। इस बीच, स्थानीय निवासियों ने पुलिस कार्रवाई पर असंतोष व्यक्त किया है। बिलावर एसोसिएशन के अध्यक्ष हरीश अमीन ने आरोप लगाया, पुलिस ने केवल छोटी मछली को गिरफ्तार किया है। असली जिम्मेदार- डेवलपर और उसके साथी अब भी आज़ाद घूम रहे हैं। निवासियों ने रविवार को डेवलपर की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कैंडल मार्च भी निकाला। हादसे के दो दिन बाद शनिवार सुबह उसी निर्माण स्थल पर एक और खतनाक स्थिति बनी, जब ग्राइंडिंग मशीन के ब्लेड गिरने लगे। एक ब्लेड 45 वर्षीय दीपक जंगम के पास गिरा। निवासियों का कहना है कि वे डर और दहशत में जी रहे हैं, क्योंकि निर्माण स्थल से लगातार सामग्री नीचे गिर रही है। एफआईआर में संस्कृति के पिता ने बताया कि पिछले छह महीनों में कई बार साइट से ईंट-पत्थर, प्लाईवुड और मलबा गिरने की घटनाएं हुईं, जिनसे लोग बाल-बाल बचे। पाँच दिन पहले भी ऊपरी मंजिल से गिरा एक बड़ा प्लाईवुड शीट पास के घरों की छतों को नुकसान पहुँचाकर गिरी थी। संस्कृति अमीन ने हाल ही में होटल प्रबंधन में डिग्री पूरी की थी और 29 सितंबर को एक बैंक में नई नौकरी शुरू की थी। वह अपने माता-पिता, दादी और चचेरी बहन निशिता बेमेरा के साथ रहती थीं। परिवार की इकलौती संतान रही संस्कृति की असमय मौत ने पूरे इलाके को शोक और गुस्से में डुबो दिया है।