Sunday, September 8, 2024
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पुणे हिट एंड रन कांड की हो सीबीआई जांच! विपक्ष की शिंदे सरकार से मांग

पुणे। महाराष्ट्र के पुणे शहर में 10 दिन पहले एक तेज रफ़्तार पोर्शे कार ने एक दोपहिया वाहन को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार दो युवा इंजीनियरों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने दावा किया है कि हादसे के समय नामी बिल्डर विशाल अग्रवाल का नाबालिग बेटा नशे की हालत में लक्जरी कार चला रहा था। इस मामले में हर दिन नए चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। आरोप है कि किशोर के परिवार ने उसे बचाने के लिए पूरे सरकारी सिस्टम को उथल-पुथल कर दिया। इस बीच, कांग्रेस ने इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। कांग्रेस ने चर्चित कार हादसे की जांच सीबीआई से कराने की मांग की और डिप्टी सीएम व गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस का इस्तीफा मांगा।
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले ने कहा, ऐसी घटनाएं होने पर सरकारी तंत्र सुनिश्चित कर रहा है कि आरोपी को तत्काल जमानत मिल जाए। उन्होंने पुणे के ससून अस्पताल को अपराधियों का फाइव स्टार होटल बताया।
पटोले ने कहा, पोर्शे कार हादसे की जांच सीबीआई को करना चाहिए। क्योंकि अमीर आरोपी को बचाने के लिए राजनीतिक हस्तक्षेप हो रहा है। उन्होंने दावा किया हादसे के दौरान एक विधायक का बेटा भी मौजूद था। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पुणे पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार से इस मामले पर चर्चा की है। सीएम ने पुणे हिट एंड रन मामले के गहनता से जांच करने और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पुणे पुलिस कमिश्नर को मामले से जुड़े आखिरी आरोपी तक पहुंचने का निर्देश दिया है। इस मामले में किसी की भी संलिप्तता हो तो उन्हें आरोपी बनाएं। मालूम हो कि पुणे के कल्याणी नगर इलाके में 19 मई की रात हुए हादसे में दो इंजीनियरों की मौत हो गई थी और जिस पोर्शे कार ने बाइक सवारों को कुचला था उसे कथित तौर पर 17 साल 8 महीने का किशोर नशे की हालत में चला रहा था। दोनों मृतक पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे। वह मध्य प्रदेश के मूल निवासी थे और काम के सिलसिले में पुणे में रह रहे थे। पुलिस ने इस मामले में आरोपी किशोर को पकड़कर जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया, लेकिन उसे मामूली शर्तों पर जमानत मिल गई। इसका भारी पैमाने पर विरोध हुआ तो पुलिस और सरकार एक्शन में आई। नाबालिग आरोपी को फिर बोर्ड ने 5 जून तक सुधार गृह में भेज दिया। नाबालिग आरोपी के पिता रिएल एस्टेट कारोबारी विशाल अग्रवाल और दादा सुरेंद्र अग्रवाल भी इसी मामले में हिरासत में है।

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