नागपुर। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एक स्कूल टेंडर में गड़बड़ी के मामले में मुंबई और नागपुर समेत देश के छह बड़े शहरों में छापेमारी की। आरोप है कि टेंडर के लिए बड़ी रिश्वत दी गयी थी। इस छापेमारी में एक निजी कंपनी के मालिक समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया। मिली जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में निजी कंपनी के मालिक के साथ ब्रिज एंड रूफ कंपनी (इंडिया) लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ ) के कार्यकारी सचिव आशीष राजदान भी शामिल हैं। अन्य आरोपियों में एच.पी. राज्यगुरु (राजकोट) कंपनी के मालिक हेतलकुमार प्रवीणचंद्र राज्यगुरु, शशांकुमार जैन (कोलकाता), सोमेश चंद्र (नोएडा), वीर ठक्कर (मुंबई), राजीव रंजन (दिल्ली), तरंग अग्रवाल (दिल्ली) शामिल हैं। सीबीआई (नागपुर) के मुताबिक, ओडिशा में एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल (ईएमआरएस) के काम के लिए टेंडर निकाला गया था. आरोप है कि गिरफ्तार सातों आरोपियों ने स्कूल काम का टेंडर हासिल करने की साजिश रची। कथित तौर पर आशीष राजदान ने टेंडर दिलाने के लिए 20 लाख की रिश्वत की मांग की। रिश्वत की रकम हवाला के जरिए दी जानी थी। इसकी भनक जब सीबीआई को लगी तो नागपुर, मुंबई, दिल्ली, नोएडा, कोलकाता और राजकोट शहरों में आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की गयी। सीबीआई ने छापेमारी में कई अहम दस्तावेज और 26.60 लाख रुपये जब्त किए है। नागपुर के नरेंद्र नगर में एक टीचर के घर पर आधी रात से सुबह तक सीबीआई की छापेमारी चली। स्कूल के टेंडर के लिए 19.96 लाख की रिश्वत लेने के मामले में शिक्षिका का पति भी आरोपी है। दिल्ली सीबीआई को सूचना मिली थी कि रिश्वत की रकम और कुछ दस्तावेज नागपुर स्थित शिक्षिका के घर में हैं। सीबीआई ने आरोपी के घर से कुछ दस्तावेज, मोबाइल और लैपटॉप जब्त किया है। मामले की छानबीन जारी है।