नवी मुंबई। एक बैंक के प्रबंधक और दो अन्य व्यक्तियों के खिलाफ 37 वर्षीय एक महिला को फर्जी दस्तावेज बनाकर धोखा देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने गुरुवार को बताया कि आरोपियों ने कर्ज लेने के लिए नवी मुंबई में अपनी दुकान बेच दी थी। वर्ष 2012 में, दो आरोपियों ने नवी मुंबई के कामोठे इलाके में स्थित दुकान एक महिला को बेच दी थी। महिला मुंबई के एंटॉप हिल की निवासी है। खारघर पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के अनुसार, 2016 में, आरोपी ने कथित तौर पर एक बैंक में दुकान से संबंधित जाली दस्तावेज जमा किए, जिससे उसे किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर 16 लाख रुपये का ऋण प्राप्त हुआ। प्राथमिकी में कहा गया है कि दस्तावेज पीड़ित की जानकारी और हस्ताक्षर के बिना और संपत्ति के उचित सत्यापन के बिना जमा किए गए थे। खारघर पुलिस थाने के एक अधिकारी के अनुसार पीड़िता ने आरोप लगाया कि आरोपी ऋण राशि चुकाने में विफल रहा, जिसके बाद बैंक ने दुकान जब्त कर ली। पीड़िता की शिकायत के आधार पर, पुलिस ने मंगलवार को तीनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश के लिए भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।