
नवी मुंबई। बेलापुर इलाके में शुक्रवार, 25 अप्रैल को एक दर्दनाक घटना में जाने-माने डेवलपर गुरुनाथ चिंचकर ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यह घटना किले गांव स्थित एक नवी मुंबई निवासी के घर में घटी, जहां चिंचकर ने खुद को बंदूक से गोली मार ली। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने चिंचकर को उसके बेटों के खिलाफ दर्ज ड्रग्स तस्करी मामले में पूछताछ के लिए तलब किया था। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले एनसीबी ने मुंबई में कई करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की थी, और इसी मामले में चिंचकर के दोनों बेटों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया था। इस घटनाक्रम के बाद चिंचकर तनाव में थे और मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे। डिप्रेशन में आने के चलते उन्होंने आत्मघाती कदम उठाया। इससे पहले 9 अप्रैल को भी नवी मुंबई के चेंबूर इलाके में एक डेवलपर पर जानलेवा हमला हुआ था। बाइक सवार दो हमलावरों ने डेवलपर सदरुद्दीन खान की कार पर गोलीबारी की थी। उस वक्त खान अपनी लैंड रोवर कार में सवार थे और पनवेल जा रहे थे। हमलावरों ने डायमंड गार्डन ट्रैफिक जंक्शन पर रुकते ही खान की कार पर गोलियां चलाईं और फिर मैत्री पार्क तक एक किलोमीटर तक पीछा कर घटनास्थल से फरार हो गए। दोनों घटनाएं रियल एस्टेट सेक्टर से जुड़े लोगों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा रही हैं। पुलिस ने दोनों मामलों की विस्तृत जांच शुरू कर दी है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि कहीं इन घटनाओं के पीछे किसी संगठित गिरोह या कारोबारी विवाद की भूमिका तो नहीं है।