
उल्हासनगर। उल्हासनगर के कैंप-4 इलाके में हुए दिल दहला देने वाले हमले के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी विक्की कोठांकर को गिरफ्तार कर लिया है। यह अमानवीय हमला संभाजी चौक के पास उस समय हुआ था, जब वीर तानाजी नगर निवासी रंजीत गायकवाड़ अपनी पत्नी और नाबालिग बच्चों के साथ शाम को टहल रहे थे। इसी दौरान विक्की कोठांकर और उसके एक साथी ने उन्हें रोककर कहा-सुनी के बाद लोहे की रॉड से सिर पर जोरदार हमला कर दिया, जिससे गायकवाड़ सड़क पर गिर पड़े और गंभीर रूप से घायल हो गए। यह पूरी वारदात पत्नी और बच्चों के सामने हुई, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत उन्हें निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां से हालत गंभीर होने पर मुंबई के जेजे अस्पताल रेफर किया गया। करीब दस दिन तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद रविवार तड़के करीब चार बजे रंजीत गायकवाड़ की मौत हो गई, जिसके बाद पुलिस ने मामले को हत्या में तब्दील कर दिया। घटना के बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश में व्यापक अभियान चलाया और पुख्ता सूचना के आधार पर विशेष अपराध जांच टीम ने विक्की कोठांकर को विट्ठलवाड़ी बस डिपो इलाके से गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई पुलिस उपायुक्त सचिन गोरे के मार्गदर्शन में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अशोक कोली और पुलिस निरीक्षक (अपराध) चंद्रहरि गोडसे की निगरानी में की गई। डीसीपी अमोल कोली ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी का आपराधिक इतिहास रहा है और उसके खिलाफ पहले भी हिंसक अपराधों के मामले दर्ज हैं। पुलिस फिलहाल आरोपी के फरार साथी की तलाश कर रही है और हमले के पीछे के असली कारणों की गहन जांच जारी है। दिनदहाड़े हुई इस नृशंस वारदात और परिवार के सामने हुई हत्या से शहर में भय का माहौल है, वहीं नागरिकों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी और मिसाल कायम करने वाली कार्रवाई की मांग करते हुए उल्हासनगर में बढ़ती सड़क हिंसा और आदतन अपराधियों पर सख्त नियंत्रण की जरूरत पर जोर दिया है।



