
मुंबई। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) को भले ही 6 आईएएस अधिकारी चला रहे हों, लेकिन जमीनी हकीकत इन अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर रही है। इसका ताजा उदाहरण बीएमसी एच/पूर्व विभाग के वार्ड 94 में गोलीबार रोड पर देखा जा सकता है। इस रोड का सीमेंट कंक्रीट निर्माण अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ, लेकिन अनमोल ज्वेलर्स के सामने स्थित सीवरेज का बड़ा ढक्कन महीनों से गायब पड़ा है। बारिश में पानी भर जाने के कारण यह गड्ढा किसी भी वक्त जानलेवा साबित हो सकता है। हैरानी की बात यह है कि इस रोड से बीएमसी के कई अधिकारी और कर्मचारी रोजाना गुजरते हैं, फिर भी इसे दुरुस्त करने की कोई सुध नहीं ली गई। स्थानीय नागरिकों ने इस गंभीर समस्या की सूचना दैनिक स्वर्णिम प्रदेश कार्यालय को वीडियो और फोटो के माध्यम से भेजी है। नागरिकों का आरोप है कि बीएमसी अधिकारियों की लापरवाही के चलते वार्ड की गलियों में छोटे-छोटे नालों की सफाई समय पर नहीं हुई, जिससे बारिश में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इतना ही नहीं, बीएमसी एच/पूर्व विभाग के परिरक्षण विभाग में भ्रष्टाचार भी चरम पर है। अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से छोटे-छोटे कामों में भी फर्जी बिल पास किए जा रहे हैं। कई मामलों में केवल 30 प्रतिशत काम ही किया जाता है, लेकिन बिल 100 प्रतिशत का पास कर दिया जाता है। झोपड़पट्टी की गलियों में सड़कें टूटी-फूटी हालत में हैं, लेकिन सुधार कार्य महज कागजों में ही दिखाई देता है। मुंबईकरों को हर साल करोड़ों रुपये के बजट के बावजूद सुविधाओं के नाम पर केवल खोखले दावे और झूठे वादे ही मिल रहे हैं। सवाल उठता है कि जब बीएमसी के वरिष्ठ अधिकारी और आईएएस अफसर ही समस्याओं पर आंख मूंदकर बैठे हैं, तो जनता अपनी सुरक्षा और मूलभूत सुविधाओं के लिए आखिर किस पर भरोसा करे?