मुंबई। मुंबई महानगर में तेजी से हो रहे विकास और निर्माण गतिविधियों के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के कारण वायु गुणवत्ता में भारी गिरावट देखी गई है। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कदम उठाए हैं। इस दिशा में, बीएमसी ने खाई खोदने के लिए नई नीति की घोषणा की है, जिसके तहत मुख्य जलापूर्ति पाइपलाइन की मरम्मत को छोड़कर अन्य सभी नए गड्ढों की खुदाई पर तत्काल रोक लगा दी गई है।
वायु प्रदूषण और खाई खोदने का संबंध
जलवायु परिवर्तन के कारण मुंबई क्षेत्र की वायु गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है, जिससे वायु प्रदूषण में वृद्धि हो रही है। खाई खोदने और निर्माण कार्यों के दौरान धूल और अन्य प्रदूषकों का उत्सर्जन होता है, जो वायु प्रदूषण में योगदान देता है।
दिशानिर्देश और मानक संचालन प्रक्रियाएं
बीएमसी ने पहले ही वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए दिशानिर्देश और मानक संचालन प्रक्रियाएं लागू कर दी हैं, जिनमें निर्माण और विकास कार्यों के लिए विशेष प्रावधान शामिल हैं। अब, प्रशासन ने इन प्रयासों को और मजबूत किया है और उन सभी छोटे-बड़े कारकों पर ध्यान केंद्रित किया है, जो वायु प्रदूषण को बढ़ा सकते हैं।
तत्काल प्रभाव से लागू रोक
बीएमसी आयुक्त एवं प्रशासक भूषण गगरानी ने स्पष्ट किया कि मुख्य जलापूर्ति पाइपलाइन की मरम्मत को छोड़कर अन्य किसी भी नए खाई खोदने के लिए अनुमति नहीं दी जाएगी। यह रोक अगले आदेश तक लागू रहेगी। बीएमसी ने धूल नियंत्रण उपायों को लागू करने के लिए प्रशासनिक विभागों के सहायक आयुक्त और सड़क एवं परिवहन विभाग के उप मुख्य अभियंता को जिम्मेदारी सौंपी है।