
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी की बगावत ने पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। पार्टी ने बोरीवली विधानसभा सीट से संजय उपाध्याय को उम्मीदवार बनाया है, जिससे नाराज होकर शेट्टी ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हालाँकि, पार्टी की ओर से उन्हें मनाने की कई कोशिशें की गईं। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शेट्टी से मुलाकात की और नामांकन वापस लेने का आग्रह किया, लेकिन शेट्टी अपने फैसले पर अड़े हुए हैं। गोपाल शेट्टी का कहना है कि उनकी नाराजगी उन नेताओं से है जो पार्टी के हितों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, न कि पार्टी से। उन्होंने कहा, “मैं पार्टी छोड़ने का इरादा नहीं रखता। मैं बीजेपी के प्रति वफादार हूँ, लेकिन कुछ नेताओं के रवैये से नाखुश हूँ। मेरी लड़ाई पार्टी के खिलाफ नहीं बल्कि कुछ नेताओं के खिलाफ है। शेट्टी ने यह भी कहा कि उन्होंने अपनी सभी संपत्तियों की जांच के लिए वरिष्ठ नेताओं को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है, ताकि उन पर कोई गलत आरोप न लगे। उन्होंने आगे बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जल्द ही बोरीवली आ रहे हैं, जो क्षेत्र के लिए गर्व की बात है, और उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से उनका स्वागत करने की अपील की। उन्होंने कहा, “मेरे दिल और दिमाग से कमल को कोई नहीं हटा सकता। मैं पार्टी का हित चाहने वाले नेताओं के साथ हूँ, लेकिन उन नेताओं के खिलाफ हूँ जो पार्टी को नुकसान पहुँचा रहे हैं।”