
अहमदाबाद। गुजरात एटीएस ने आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए अल-कायदा से संबद्ध एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में चार संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। एटीएस डीआईजी सुनील जोशी ने बुधवार को इस बात की पुष्टि की और बताया कि पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है। गुजरात एटीएस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए चारों आतंकी अल-कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) से जुड़े हैं। इनमें दो आरोपियों को गुजरात से, एक को दिल्ली से और एक को नोएडा (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आतंकियों की पहचान सैफुल्लाह कुरैशी, मोहम्मद फर्दीन, मोहम्मद फैक और जीशान अली के रूप में हुई है। इनकी उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच बताई जा रही है। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि ये चारों युवक भारत में बड़े पैमाने पर आतंकी हमले की योजना बना रहे थे। उनके निशाने पर देश के कुछ विशेष और संवेदनशील स्थल थे, जिन्हें निर्देशानुसार टारगेट किया जाना था। गुजरात एटीएस ने बताया कि ये आतंकी सोशल मीडिया और एन्क्रिप्टेड ऐप्स के जरिए आपस में संपर्क में थे और इनका नेटवर्क सीमा पार स्थित आतंकवादियों से भी जुड़ा था। इस मॉड्यूल की गिरफ्तारी को सुरक्षा एजेंसियों द्वारा एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि ये आतंकी देश में गंभीर आतंकी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में थे। बता दें कि इससे पहले 2023 में भी इसी संगठन AQIS से संबंध रखने के आरोप में अहमदाबाद से चार बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था, जो फर्जी दस्तावेजों के सहारे भारत में रह रहे थे।
क्या है AQIS?
अल-कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) आतंकवादी संगठन अल-कायदा की दक्षिण एशियाई शाखा है, जिसकी गतिविधियाँ भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान और अन्य पड़ोसी देशों में फैली हुई हैं। यह संगठन युवाओं को कट्टरपंथ की ओर आकर्षित करने के लिए सोशल मीडिया और एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करता है। संगठन का मकसद दक्षिण एशियाई क्षेत्र में अस्थिरता फैलाना और आतंकवादी हमलों को अंजाम देना है। फिलहाल गुजरात एटीएस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां गिरफ्तार आतंकियों के नेटवर्क, विदेशी संपर्कों और साजिश के अन्य पहलुओं की गहराई से जांच में जुटी हुई हैं। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां संभव हैं।