मुंबई। दिवाली के एक महीने बाद, बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) के 27,000 कर्मचारियों के लिए बहुप्रतीक्षित बोनस उनके बैंक खातों में जमा हो गया है। यह बोनस कर्मचारियों, विशेष रूप से ड्राइवरों, कंडक्टरों और अन्य स्टाफ सदस्यों के लिए राहत लेकर आया, जो त्योहार के दौरान बोनस की अनुपलब्धता के कारण निराश थे। बोनस वितरण में देरी के पीछे मुख्य कारण आदर्श आचार संहिता का लागू होना और फंड की उपलब्धता में समय लगना था। मुंबई नगर निगम ने बेस्ट के खाते में 80 करोड़ रुपये स्थानांतरित किए, जिससे बोनस के लिए धन सुनिश्चित हो सका। चुनाव आयोग से मंजूरी मिलने के बाद वितरण प्रक्रिया शुरू हुई। गुरुवार को कर्मचारियों के बैंक खातों में 27,000 से 29,000 रुपये की राशि जमा की गई। बोनस वितरण में देरी से कर्मचारियों में असंतोष फैल गया था। कुछ कर्मचारियों ने विरोध स्वरूप काम बाधित करने की धमकी दी थी। बेस्ट के जनसंपर्क विभाग ने बोनस वितरण को सफलतापूर्वक अंजाम देकर स्थिति को नियंत्रण में लिया। बेस्ट उपक्रम मुंबई की परिवहन और बिजली व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। दक्षिण मुंबई में लगभग 10 लाख उपभोक्ताओं को बिजली की आपूर्ति। इसमें आवासीय, वाणिज्यिक और औद्योगिक उपयोगकर्ता शामिल हैं। इस बोनस के माध्यम से कर्मचारियों को अपने लंबित खर्चों जैसे शादी और अन्य व्यक्तिगत प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी। बेस्ट प्रबंधन और मुंबई नगर निगम ने यह सुनिश्चित कर दिया है कि कर्मचारियों को समय पर सहायता मिले, जिससे उनकी उत्पादकता और मनोबल बढ़े।