मुंबई। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने तपेदिक (टीबी) की रोकथाम के लिए वयस्क बीसीजी टीकाकरण अभियान का पहला चरण आज, 23 दिसंबर 2024, से शुरू कर दिया है। पहले दिन 1,990 नागरिकों को टीके लगाए गए। बीएमसी आयुक्त एवं प्रशासक श्री भूषण गगरानी ने सुनिश्चित किया है कि यह स्वास्थ्य सेवा मुंबई के सभी नागरिकों तक पहुंचे। अतिरिक्त नगर आयुक्त (पश्चिमी उपनगर) डॉ. विपिन शर्मा ने नागरिकों से निकटतम स्वास्थ्य केंद्र और अस्पतालों में संपर्क करने की अपील की है।
यह टीकाकरण स्वैच्छिक है, और पात्र लाभार्थियों की लिखित सहमति के बाद ही इसे दिया जा रहा है। अभियान को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है। सितंबर 2024 से पात्र लाभार्थियों का सर्वेक्षण किया गया था, और उनकी सूची अक्टूबर से दिसंबर तक तैयार की गई।
टीबी उन्मूलन का राष्ट्रीय लक्ष्य
भारत सरकार ने 2025 तक देश से क्षय रोग (टीबी) समाप्त करने का लक्ष्य रखा है। इसके तहत बृहन्मुंबई नगर निगम क्षेत्र में कई गतिविधियाँ की जा रही हैं। वर्ष 2023 में मुंबई महानगर क्षेत्र में 50,206 तपेदिक रोगी पंजीकृत हुए थे, जिनका इलाज चल रहा है।
बीसीजी टीकाकरण कार्यक्रम की विशेषताएँ
मुंबई में वयस्क बीसीजी टीकाकरण कार्यक्रम एक पायलट परियोजना है, जो भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत शुरू की गई है। यह कार्यक्रम मुंबई के 12 प्रशासनिक प्रभागों में कार्यान्वित किया जा रहा है। इसमें 18 वर्ष से अधिक आयु के लाभार्थियों को, जो 6 उच्च जोखिम समूहों में आते हैं, टीका लगाया जा रहा है। बीएमसी का यह अभियान टीबी के प्रसार को रोकने और 2025 तक इसे समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।