झोपड़ों की जगह पर बन रही अवैध इमारतों व भूमाफियाओं को संरक्षण
बीएमसी मुख्यालय में बैठे आईएएस अधिकारी कब एयरकंडीशन आफिस से बाहर निकलकर जन समस्याओं व विभागों में चल रहे मनमानी कार्यो का अवलोकन करेंगे?

मुंबई। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) की दुर्गति करने में वार्डो में बैठे सहायक आयुक्त लगे हैं। जिन्हें सिर्फ वसूली से मतलब हैं नियमों व सीनियरिटी से कोई लेना देना नहीं है। जो उनकी पसंद का अधिकारी होता हैं उसको कमाऊ प्रभाग के साथ-साथ ज्यादा प्रभाग देते है। जो कहीं न कहीं मुंबई के विकास में रोड़ा है। मिली जानकारी के अनुसार बीएमसी एच/पूर्व इमारत व कारखाना विभाग में प्रभागों के बटवारे को देखा जाए तो सीनियर सहायक अभियंता राजू वाडिले को दो प्रभाग दिया गया है। उनसे जूनियर सहायक अभियंता वैभव लव्हाले को ५ प्रभाग दिया गया। और दुय्यम अभियंता व प्रभारी सहायक अभियंता प्रवीण ढवळे को तीन प्रभाग का कार्यभार सौंपा गया हैं। बता दें कि प्रभाग क्र ८८,९६ वाडिले के पास है, प्रभाग ८७,८९,९०,९४,९५ लव्हाले के पास है। ढवळे के पास प्रभाग ९१,९२,९३ है। इनके प्रभाग की जानकारी इनके केबिन में लगे नेमप्लेट के नीचे दिया गया हैं। बता दें कि बीएमसी एच/पूर्व में १० प्रभाग आते है। वहीं मिल रही जानकारी के अनुसार प्रभाग क्र ९०,९४ व ९५ में अवैध निर्माण जमकर हो रहा है। प्रभाग क्र ९० में भूमाफिया अनवर ने ओपन प्लाट पर बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण किया है। इसी प्रभाग में भूमाफिया प्रकाश चौहान ने कालीना जाभळीपाडा आदर्श नगर में अवैध इमारत बना डाली जिसपर लव्हाले ने दो बार दिखावटी कार्रवाई की, लेकिन पुनः बनकर तैयार हैं। लेकिन ये है कि उसपर एमआरटीपी एक्ट के तहत मामला दर्ज करने के बजाए बीएमसी प्रशासन का समय व धन दोनों बर्बाद कर रहे है। इसी प्रकार इसी प्रभाग में कलिना शास्रीनगर चुनाभट्टी, अनवर अली कंपाऊंड के सामने एक बड़े अवैध गाले का निर्माण हुआ है। जिसकी जानकारी सहायक आयुक्त व प्रभारी पदनिर्देशित अधिकारी (डीओ) स्वप्नजा क्षीरसागर को है लेकिन यह सब जानकारी होने के बावजूद अनजान बनी है। या यह कहे कि इन अवैध निर्माणों को करने वालो व कराने वाले अभियंता को इनका संरक्षण प्राप्त है। यहीं नहीं प्रभाग क्र ९४-९५ में भी कई अवैध निर्माण कार्य चल रहा है। लेकिन स्वप्नजा क्षीरसागर मैडम लगाम लगाने में विफल है। जो डीओ भी है। तो दूसरी तरफ परिमंडल ३ के सहआयुक्त रणजीत ढाकने अपने दिन भर रहे है। और बीएमसी मुख्यालय में बैठे आईएएस अधिकारी आयुक्त इकबाल सिह चहल, अतिरिक्त आयुक्त एयरकंडीशन आफिस में बैठकर कागजी निर्देश दे रहे है। जिन्हें वार्डो में बैठे सहायक आयुक्त ठेंगा दिखा रहे है। आखिर बीएमसी मुख्यालय में बैठे आईएएस अधिकारी कब एयरकंडीशन आफिस से बाहर निकलकर जन समस्याओं व विभागों में चल रहे मनमानी कार्यो का अवलोकन करेंगे?