
ठाणे। एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने महाराष्ट्र के बदलापुर में यौन उत्पीड़न के आरोपी अक्षय शिंदे की एनकाउंटर में हुई मौत पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि सरकार बदला लेना चाहती है, तो कोर्ट और न्याय व्यवस्था की जरूरत नहीं है। ओवैसी का कहना है कि न्याय और बदले में अंतर होता है, और न्याय संविधान और कानून के तहत मिलता है, जबकि बदला लेने वाले गैंगस्टर और माफिया होते हैं। ओवैसी ने सवाल उठाया कि यदि बदला ही लेना है, तो वकीलों को छुट्टी दे दी जाए और कोर्ट बंद कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि पोस्टर में “बदला पूरा” लिखकर बीजेपी अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने की कोशिश कर रही है। ओवैसी का मानना है कि संविधान में आरोपी को भी इंसाफ और जीवन का अधिकार है, और उसे कानून के तहत न्याय मिलना चाहिए, न कि एनकाउंटर के जरिए मौत। इसके अलावा, ओवैसी ने बीजेपी विधायक नितेश राणे के बयान पर भी सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसा कानून बनाना चाहिए जिससे किसी धर्म के खिलाफ बोलने पर केवल एफआईआर ही नहीं, बल्कि गिरफ्तारी भी हो।