
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा के चालू सत्र में बागवानी मंत्री भरत गोगावले ने कहा कि राज्य में फूल उत्पादक किसानों के हितों की रक्षा के लिए कृत्रिम फूलों पर प्रतिबंध के विषय में पर्यावरण विभाग के साथ बैठक कर नीतिगत निर्णय लिया जाएगा। मंत्री गोगावले ने यह जानकारी विधानसभा सदस्य महेश शिंदे द्वारा फूल किसानों की समस्याओं को उठाए जाने के संदर्भ में दी। महेश शिंदे ने कहा कि कृत्रिम फूलों के बढ़ते उपयोग के कारण प्राकृतिक फूलों का बाजार प्रभावित हो रहा है, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। उन्होंने सुझाव दिया कि फूलों के संरक्षण, विपणन और उपयोग में प्राथमिकता प्राकृतिक फूलों को दी जानी चाहिए। जवाब में मंत्री गोगावले ने कहा कि फूलों की खेती में आधुनिक तकनीक, कटाई के बाद का प्रशिक्षण, ग्रीनहाउस तकनीक आदि के माध्यम से किसानों को बाजार में प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया जा रहा है, लेकिन कृत्रिम फूलों के अंधाधुंध उपयोग से प्राकृतिक फूलों की मांग में गिरावट आई है, जिससे किसानों को वास्तविक नुकसान हो रहा है। उन्होंने घोषणा की कि इस विषय पर सत्र के दौरान ही जनप्रतिनिधियों और पर्यावरण विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की जाएगी और समुचित नियंत्रण की रणनीति तैयार की जाएगी। इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान सदस्य कैलास पाटिल (घाडगे) और नारायण कुचे भी उपस्थित थे। सत्र में यह विषय विशेष रूप से राज्य के ग्रामीण अर्थव्यवस्था और बागवानी क्षेत्र से जुड़े किसानों के लिए महत्वपूर्ण माना गया, जहां फूल उत्पादन आजीविका का एक बड़ा स्रोत है। मंत्री गोगावले ने आश्वासन दिया कि सरकार इस मामले में जल्द निर्णय लेकर फूल उत्पादकों के हितों की रक्षा करेगी।