
महाराष्ट्र में महायुति की तनातनी थमती दिखी
मुंबई। महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ महायुति में पिछले कई दिनों से चल रही तनातनी अब थमती नजर आ रही है। भारतीय जनता पार्टी की महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण ने शुक्रवार को साफ किया कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने निर्देश दिया है कि 31 जनवरी से पहले होने वाले नगर निगम चुनावों से पहले किसी भी कीमत पर गठबंधन कायम किया जाए।
फडणवीस–शिंदे की बैठक, गठबंधन पर चर्चा
चव्हाण के अनुसार, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री व शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे के बीच इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा हो चुकी है। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ नेताओं का साफ संदेश है कि नगर निगम चुनावों में महायुति को मिलकर मैदान में उतरना चाहिए ताकि मतों का बंटवारा न हो।
जनवरी में हो सकते हैं नगर निगम चुनाव
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि वृहन्मुंबई महानगरपालिका बीएमसी) सहित कुल 29 नगर निगमों के चुनाव जनवरी में होने की संभावना है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिला परिषद चुनावों में देरी हो सकती है, क्योंकि मामला फिलहाल उच्च न्यायालय में लंबित है। चव्हाण ने बताया कि फडणवीस के निर्देश के बाद उन्होंने गुरुवार रात शिंदे के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की। उन्होंने कहा कि मुंबई और ठाणे में वरिष्ठ नेताओं ने पहले ही चुनाव से पूर्व गठबंधन का निर्णय लिया है। दूसरे नगर निगमों के लिए गठबंधन का फार्मूला तय करने हेतु एक समिति के गठन की भी तैयारी है। इससे पहले रवींद्र चव्हाण ने नयी दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी, जहाँ महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति और आगामी नगर निगम चुनावों पर विस्तृत चर्चा हुई। शिवसेना (शिंदे गुट), भाजपा और अजित पवार की एनसीपी—तीनों मिलकर महायुति सरकार चला रहे हैं, लेकिन सीट बंटवारे और स्थानीय स्तर के मतभेदों के कारण पिछले कुछ हफ्तों से गठबंधन में अनिश्चितता बढ़ गई थी। वरिष्ठ नेतृत्व के स्पष्ट निर्देश के बाद यह संकेत मिल रहा है कि तीनों दल एक साथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में जुट चुके हैं।




