
अभिनेत्री सई मांजरेकर, जिन्होंने मात्र 16 वर्ष की उम्र में अभिनय की दुनिया में कदम रखा था, अब अपने करियर को एक नई सोच और स्पष्ट दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ा रही हैं। 23 साल की उम्र में सई का मानना है कि अब उनके लिए हर प्रोजेक्ट करना जरूरी नहीं, बल्कि उन कहानियों और किरदारों का हिस्सा बनना अहम है जो उन्हें सचमुच प्रेरित करें और उनकी कला को निखारें। बातचीत के दौरान सई कहती हैं, मैंने बहुत कम उम्र में काम शुरू किया था और सीखा है कि एक साथ कई प्रोजेक्ट करने से ज़्यादा जरूरी है सही प्रोजेक्ट चुनना। मैं सिर्फ व्यस्त रहने के लिए कैलेंडर नहीं भरना चाहती। इस पड़ाव पर, मैं उन चीज़ों पर काम करना चाहती हूँ जो मुझे उत्साहित करें और एक कलाकार के रूप में विकसित होने का अवसर दें। सई मांजरेकर अब ऐसे अनुभव और किरदार तलाश रही हैं जो उन्हें चुनौती दें और कुछ अनोखा करने की आज़ादी प्रदान करें। उनका मानना है कि जब आप पूरे जुनून के साथ किसी काम को अपनाते हैं, तो परिणाम स्वयं बोलते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह जल्दबाजी में फैसले लेने के बजाय सही मौकों का इंतज़ार करना बेहतर समझती हैं। हिंदी और क्षेत्रीय सिनेमा दोनों में काम कर चुकी सई का कहना है कि अभिनय का असली आनंद ऐसी कहानियों का हिस्सा बनने से आता है जो दर्शकों के मन पर लंबे समय तक छाप छोड़ें। वह ऐसी स्क्रिप्ट्स की तलाश में हैं जो लेयर्ड और जटिल किरदारों को निभाने का अवसर दें और सार्थक सिनेमा में योगदान का रास्ता खोलें।