Monday, December 15, 2025
Google search engine
HomeCrimeझुंझुनू में 100 करोड़ की एमडी ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़

झुंझुनू में 100 करोड़ की एमडी ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़

झुंझुनू, राजस्थान। महाराष्ट्र पुलिस की एंटी-नारकोटिक्स सेल (एएनसी) ने राजस्थान के झुंझुनू जिले में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 100 करोड़ रुपये मूल्य की मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग्स बनाने वाली अवैध फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। यह फैक्ट्री धनूरी थाना क्षेत्र के नांद का बास गांव में स्थित एक मुर्गी फार्म में चलाई जा रही थी। छापेमारी के दौरान पुलिस ने करीब 10 किलोग्राम एमडी ड्रग्स, भारी मात्रा में केमिकल्स और ड्रग्स निर्माण में इस्तेमाल होने वाले आधुनिक उपकरण जब्त किए हैं। इस मामले में मुख्य आरोपी अनिल विजयपाल सिहाग को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक अन्य मुख्य आरोपी बिज्जू उर्फ जग्गा फरार है, जिसकी तलाश जारी है। मीरा-भायंदर-वसई विरार (एमबीवीवी) पुलिस कमिश्नर निकेत कौशिक ने बताया कि यह कार्रवाई 4 अक्टूबर 2025 को ठाणे से शुरू हुई एक खुफिया जांच का परिणाम है। जांच के दौरान पुलिस को ड्रग्स सप्लाई नेटवर्क से जुड़े अहम इनपुट मिले, जिसमें राजस्थान के झुंझुनू जिले का नाम सामने आया। इसके बाद एएनसी की टीम ने तकनीकी और गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई को आगे बढ़ाया। पुलिस के अनुसार, मुख्य आरोपी अनिल कुमार सिहाग (31), निवासी नांद का बास, 12वीं पास है और पहले खेती से जुड़ा हुआ था। वर्ष 2016-17 में वह अपने चाचा के मुर्गी फार्म में काम करने लगा, जहां उसका संपर्क बस ऑपरेटर सुभाष जाट से हुआ। सुभाष के साथ वह नीमच से डोडा पोस्ट लाने-ले जाने लगा। बाद में अनिल ने स्वतंत्र रूप से यह काम शुरू किया और तारानगर के विकास जाट को डोडा पोस्ट बेचने लगा। इसी दौरान एक बार सादुलपुर, चूरू में उसकी कार रोकी गई थी, जहां से भागने के बावजूद वह पकड़ा गया और 19 दिन जेल में रहा। पूछताछ में अनिल ने बताया कि उसके पुराने परिचित बिज्जू उर्फ जग्गा (निवासी सीकर) ने उसे एमडी ड्रग्स बनाने के लिए सुनसान जगह उपलब्ध कराने के बदले पैसे का लालच दिया। शुरुआत में अनिल ने मना किया, लेकिन बाद में दिवाली के आसपास और फिर 20 नवंबर को उसने अपने चाचा के मुर्गी फार्म में केवल तीन दिन के लिए जगह देने पर सहमति जताई, जिसके बदले उसे 50 हजार रुपये देने का वादा किया गया। 26 नवंबर को बिज्जू आवश्यक केमिकल्स और उपकरण लेकर फार्म पहुंचा और मुर्गियों के दाने रखने वाले कमरे में एमडी ड्रग्स का निर्माण शुरू कर दिया गया। पुलिस के मुताबिक, 13 दिसंबर को एक ग्राहक ‘सरीफ’ के फोन पर अनिल सुबह सीकर पहुंचा, जहां महाराष्ट्र एएनसी की टीम ने उसे 1 किलो एमडी ड्रग्स के साथ गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान उसने बिज्जू का नाम उजागर किया और उसे बुलाने में सहयोग भी किया, लेकिन जयपुर रोड पर पहुंचते ही बिज्जू पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। इसके बाद पुलिस अनिल को लेकर नांद का बास स्थित मुर्गी फार्म पहुंची, जहां से बाकी एमडी ड्रग्स, केमिकल्स और निर्माण उपकरण बरामद किए गए। कमिश्नर निकेत कौशिक ने बताया कि झुंझुनू में यह फैक्ट्री एक बड़े अंतरराज्यीय ड्रग्स नेटवर्क का हिस्सा थी और इसकी जांच आगे भी जारी है। पुलिस को आशंका है कि इस नेटवर्क के तार महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों से भी जुड़े हो सकते हैं। फिलहाल आरोपी अनिल के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और फरार आरोपी बिज्जू उर्फ जग्गा की तलाश तेज कर दी गई है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments