मुंबई। महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना आदेश दे दिया है। अदालत के निर्णय पश्चात पक्ष और विपक्ष की बयानबाजी शुरू हो गई है। वहीं इस पर वंचित बहुजन अघाड़ी प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। अम्बेडकर ने उद्धव ठाकरे को सलाह देते हुए कहा कि अदालत से उन्हें बड़ी शक्ति मिल गई है। इसलिए उन्हें अब आक्रामक भूमिका निभानी चाहिए। शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए आंबेडकर ने कहा कोर्ट के फैसले से उद्धव ठाकरे को एक बड़ा हथियार मिल गया है। इसलिए उद्धव ठाकरे को आक्रामक रुख अपनाना होगा। तो उन विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। अंबेडकर ने यह भी कहा कि जब कोई व्यक्ति भ्रमित होता है तो वास्तविक सलाह की जरूरत होती है।
विधानमंडल का घेराव करने की सलाह
वंचित प्रमुख ने कहा उद्धव ठाकरे को अन्य दलों से बात करके उन्हें साथ लेना चाहिए।’ और विधान भवन का घेराव किया जाए। मांग की जाए कि अगले एक माह में यह निर्णय लिया जाए। अगर 16 विधायक अयोग्य ठहराए जाते हैं तो 24 विधायकों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा सकती है।
उद्धव ठाकरे का बड़ा हथियार
आंबेडकर ने कहा सेना बनाम सेना का मामला शुरू होता है। यह फैसला कानून की दृष्टि से सही है। दो अहम बातें हुईं। यानी पार्टी व्हिप ही सही है। भरत गोगावले द्वारा लगाया गया व्हिप लागू नहीं होगा। अगर उद्धव ठाकरे इस्तीफा नहीं देते तो सरकार नहीं गिरती। इसका उल्लेख किया गया था। विधानसभा अध्यक्ष को 16 विधायकों को अयोग्य घोषित करने का अधिकार था। मेरा मानना है कि उद्धव ठाकरे के लिए यही सबसे बड़ा हथियार है।