
मुंबई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्थानीय निकाय चुनावों में मिली शानदार जीत का श्रेय भारतीय जनता पार्टी के मजबूत संगठन और राज्य सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों को दिया है। उन्होंने साफ कहा कि यह जीत किसी नकारात्मक राजनीति की नहीं, बल्कि सकारात्मक विकास एजेंडे और भविष्य की योजनाओं पर जनता के भरोसे की जीत है। रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि भाजपा और महायुति ने नगर परिषद और नगर पंचायत चुनाव पूरी तरह विकास के मुद्दों पर लड़े। उन्होंने स्पष्ट किया कि अपने पूरे प्रचार अभियान के दौरान उन्होंने कभी भी किसी राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी या विपक्षी दल पर व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की। उनका पूरा फोकस सरकार के जनहितकारी कार्यों, विकास योजनाओं और भविष्य की रूपरेखा पर रहा।
मुख्यमंत्री के अनुसार, जनता ने इसी सकारात्मक और विकासोन्मुख सोच पर भरोसा जताते हुए महायुति के पक्ष में भारी मतदान किया। रविवार सुबह 10 बजे से शुरू हुई मतगणना के शुरुआती रुझानों से ही यह साफ हो गया था कि भाजपा, अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना के महायुति गठबंधन को व्यापक बढ़त मिल रही है। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इन नतीजों के बाद भाजपा एक बार फिर महाराष्ट्र में “सबसे बड़ी पार्टी” के रूप में उभरकर सामने आई है। उन्होंने बताया कि करीब 48 प्रतिशत नवनिर्वाचित सदस्य भाजपा के चुनाव चिह्न पर चुने गए हैं। इसके अलावा, भाजपा के 129 उम्मीदवारों ने नगर परिषद अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य की कुल 75 प्रतिशत स्थानीय निकायों में महायुति के उम्मीदवार अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए हैं, जो गठबंधन की मजबूती और जनसमर्थन को दर्शाता है।
उन्होंने इस सफलता को संगठन और सरकार के सामूहिक प्रयासों का परिणाम बताते हुए कहा कि सरकार की विकास योजनाओं ने जनता का भरोसा जीता, वहीं पार्टी संगठन ने इन योजनाओं को जमीनी स्तर तक प्रभावी ढंग से पहुंचाया। महाराष्ट्र की 286 नगर परिषदों और नगर पंचायतों में मिली यह जीत आने वाले राजनीतिक भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।




