
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने देश के विभिन्न हाई कोर्ट में मुख्य न्यायाधीशों की नियुक्ति को लेकर बड़ा फैसला लिया है। मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) सूर्यकांत की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई कॉलेजियम की बैठक में पांच वरिष्ठ न्यायाधीशों को अलग-अलग हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस बनाए जाने की सिफारिश केंद्र सरकार से की गई है। कॉलेजियम के निर्णय के अनुसार, इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस मनोज कुमार गुप्ता को उत्तराखंड हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करने की सिफारिश की गई है। यह नियुक्ति 9 जनवरी को मौजूदा चीफ जस्टिस के सेवानिवृत्त होने के बाद प्रभावी होगी। इसी तरह, बॉम्बे हाई कोर्ट की जस्टिस रेवती पी. मोहिते डेरे को मेघालय हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस बनाए जाने की सिफारिश की गई है। बॉम्बे हाई कोर्ट के ही जस्टिस एम. एस. सोनक को झारखंड हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करने का प्रस्ताव रखा गया है, जहां वर्तमान चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान 8 जनवरी को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। कॉलेजियम ने केरल हाई कोर्ट के जस्टिस ए. मुहम्मद मुस्ताक को सिक्किम हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस तथा उड़ीसा हाई कोर्ट के जस्टिस संगम कुमार साहू को पटना हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनाए जाने की सिफारिश भी की है। इसके अलावा, कॉलेजियम ने एक अन्य महत्वपूर्ण फैसले में मेघालय हाई कोर्ट के वर्तमान चीफ जस्टिस जस्टिस सौमेन सेन को केरल हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करने के लिए ट्रांसफर की सिफारिश की है। यह बदलाव भी 9 जनवरी को मौजूदा चीफ जस्टिस के सेवानिवृत्त होने के बाद लागू होगा। गौरतलब है कि गुरुवार को कई राज्यों के हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों और न्यायाधीशों के तबादलों को लेकर अधिसूचना भी जारी की गई है। अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि सभी नई नियुक्तियां संबंधित हाई कोर्ट के वर्तमान मुख्य न्यायाधीशों के रिटायरमेंट के बाद प्रभावी होंगी। उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम प्रणाली के तहत ही देश की न्यायपालिका में जजों की नियुक्ति और तबादले किए जाते हैं। इस कॉलेजियम में भारत के मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठतम न्यायाधीश शामिल होते हैं, जो सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में न्यायाधीशों की नियुक्ति पर निर्णय लेते हैं।




