
मुंबई। महाराष्ट्र में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। खासतौर पर मुंबई और आसपास के जिलों में शनिवार देर रात से मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। सूबे के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और जिलाधिकारियों के साथ संपर्क में हैं। रविवार को मुख्यमंत्री ने मराठवाड़ा के आठ जिलों और सोलापुर की वर्षा स्थिति और राहत कार्यों की समीक्षा की। इसमें छत्रपति संभाजीनगर, बीड, हिंगोली, जालना, लातूर, नांदेड, धाराशिव, परभणी और सोलापुर जिले शामिल थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राहत शिविरों में भोजन, पेयजल और स्वास्थ्य सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, सीएम ने अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में रहकर राहत और बचाव कार्यों की निगरानी करने के निर्देश दिए। उन्होंने चारे की कमी की समस्या के मद्देनजर पशुओं के लिए तुरंत चारे की आपूर्ति का आदेश दिया। साथ ही, बांधों से पानी छोड़े जाने की स्थिति को देखते हुए संवेदनशील क्षेत्रों के लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने पर जोर दिया।
जिलेवार बारिश की स्थिति:
जयकवाड़ी बांध: 1.25 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है (संभावना: 1.5 लाख क्यूसेक)।
माजलगांव बांध: 41,701 क्यूसेक।
उजनी बांध: 1 लाख क्यूसेक।
सीना-कोळेगाव: 60-75 हजार क्यूसेक विसर्ग।
सोलापुर जिला: अब तक 4,002 लोगों का रेस्क्यू, 6,500 लोग राहत शिविरों में। 10 किलो चावल, 10 किलो गेहूं और 10,000 रुपए की तात्कालिक मदद वितरित।
बीड जिला: वडवणी तहसील में संपर्क टूटा, एनडीआरएफ और सेना तैनात। 2,567 परिवार विस्थापित, 10 मौतें।
जालना जिला: 26 मंडलों में अतिवृष्टि, 225 लोगों को सुरक्षित स्थानांतरित, 9 मौतें।
लातूर जिला: अहमदपुर, उदगीर आदि से 500 से अधिक लोग बचाए गए, 60 सड़कें और पुल जलमग्न।
परभणी जिला: 36 गांवों का संपर्क टूटा, 1,386 लोग सुरक्षित स्थानांतरित, 6 मौतें, 203 घर क्षतिग्रस्त।
हिंगोली जिला: 23 मंडलों में नुकसान, 10 गांवों का संपर्क टूटा, 13 मौतें।
छत्रपति संभाजीनगर जिला: जिले में 818.5 मिमी बारिश (सामान्य: 581.7 मिमी), 68 मंडलों में अतिवृष्टि, 133 पक्के और 291 कच्चे घर क्षतिग्रस्त।
धाराशिव जिला: 6 गांवों का संपर्क टूटा, 3,615 लोग सुरक्षित स्थानांतरित, 88 घर ढहे।
मुख्यमंत्री के निर्देश: सीएम फडणवीस ने अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि वे प्रभावित इलाकों में रहकर राहत कार्यों की निगरानी करें और नागरिकों को आवश्यक मदद तुरंत उपलब्ध कराएं। उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा कि वे राहत शिविरों में भोजन, पानी और स्वास्थ्य सुविधाओं की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करें और पशुओं के चारे की आपूर्ति पर विशेष ध्यान दें। मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और कोंकण क्षेत्रों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 30 सितंबर तक कई जिलों में बारिश की संभावना जताई है।