
मुंबई। मुंबई में हुई भारी बारिश ने शहर की जर्जर सड़कों की हालत और बदतर कर दी है, जिससे मुंबईकर परेशान हैं। इसी बीच शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने सड़कों पर बढ़ते गड्ढों के लिए सीधे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ज़िम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि पिछले ढाई साल से वे इस मुद्दे को उठा रहे हैं और शहरी विकास विभाग में हुए घोटालों का पर्दाफाश कर चुके हैं। आदित्य ने आरोप लगाया कि “फेकनाथ मिंडे” की वजह से ही गड्ढों की समस्या विकराल हुई है। उन्होंने दो बड़े घोटालों का ज़िक्र करते हुए बताया कि एक 6,080 करोड़ रुपये का और दूसरा 6,000 करोड़ रुपये का घोटाला पांच ठेकेदारों के साथ किया गया। आदित्य ठाकरे ने कहा कि पिछले 5-6 वर्षों से शहरी विकास पोर्टफोलियो एकनाथ शिंदे के पास था और भाजपा ने उन्हें लगातार समर्थन दिया। उन्होंने सवाल उठाया कि मुंबई की सड़कों की दुर्दशा के लिए आखिरकार कौन जवाबदेह है।
इसी बीच बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने महाराष्ट्र सरकार के निर्देश और बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश के बाद दादर कबूतरखाने में कबूतरों को दाना डालने पर आधिकारिक रूप से रोक लगा दी है। शनिवार को जब बीएमसी कर्मचारी कबूतरखाने को ध्वस्त करने पहुंचे, तब आदित्य ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, “कबूतर शिंदे के विधायकों की तरह नहीं हैं कि उन्हें नियंत्रित भोजन देना पड़े। ठाकरे ने यह भी कहा कि मुंबई के संरक्षक मंत्री होने के बावजूद शिंदे ने कबूतरखानों को बंद करने के लिए नगर निगम को पत्र लिखा, जो नागरिकों की भावनाओं के खिलाफ है। उन्होंने मंत्री लोढ़ा पर भी निशाना साधा और कहा कि जब वे वर्ली सी फेस पर अपना बंगला बना रहे हैं, तब कबूतरों के लिए भी उचित व्यवस्था वही की जा सकती है।