
नई दिल्ली। 98वें अखिल भारतीय साहित्य सम्मेलन के समापन समारोह के अवसर पर एक महत्वपूर्ण घोषणा की गई कि महाराष्ट्र सरकार दिल्ली में एक बहुउद्देशीय सांस्कृतिक भवन का निर्माण करेगी, जिसका उद्देश्य महाराष्ट्र की संस्कृति, प्रशासनिक सुविधा और लोककला को एक ही परिसर में समाहित करना है। इसके लिए महाराष्ट्र सदन क्षेत्र में स्थान का चयन कर लिया गया है और प्रस्तावित डिज़ाइन भी हाल ही में आवासीय आयुक्त एवं सचिव आर. विमला द्वारा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को सौंपा गया है। मुख्यमंत्री फडणवीस की दिल्ली यात्रा के दौरान महाराष्ट्र सदन में आयोजित समीक्षा बैठक में श्रीमती विमला ने इस बहुपरियोजना प्रस्ताव पर विस्तृत प्रस्तुति दी। प्रस्ताव में एक आधुनिक सांस्कृतिक हॉल, आईएएस साक्षात्कार हेतु अभ्यर्थियों के लिए विशेष छात्रावास, वृहद पुस्तकालय एवं अध्ययन कक्ष, और अन्य सहायक सुविधाओं को शामिल किया गया है। इसके अतिरिक्त, महाराष्ट्र सदन क्षेत्र में कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए आवासीय सुविधाओं, प्रशासनिक व्यवस्थाओं, तथा महाराष्ट्र के मौसमी फलों की प्रदर्शनी और बिक्री, और स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की स्थायी प्रदर्शनी की योजना भी रखी गई है। बैठक में दिल्ली में ‘महाराष्ट्र महोत्सव’ के आयोजन का प्रस्ताव भी सामने रखा गया, जिसमें महाराष्ट्र की समृद्ध लोक संस्कृति, संगीत, नृत्य, और लोक साहित्य को प्रस्तुत करने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की योजना है। इसके लिए वांछित वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने का भी आग्रह किया गया। मुख्यमंत्री फडणवीस ने सभी प्रस्तावों को सकारात्मक रूप से स्वीकारते हुए, आगे की कार्यवाही के स्पष्ट निर्देश दिए हैं और कहा है कि यह परियोजना महाराष्ट्र की सांस्कृतिक और प्रशासनिक उपस्थिति को दिल्ली में और अधिक सशक्त करेगी। इस परियोजना के तहत दिल्ली स्थित महाराष्ट्र सदन सिर्फ एक प्रशासनिक परिसर नहीं, बल्कि महाराष्ट्र की संस्कृति, सेवा, और लोकजीवन की जीवंत झलक बनकर उभरेगा।