
मुंबई। छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (CSMIA) पर सीमा शुल्क विभाग (मुंबई कस्टम्स – क्षेत्र III) ने हाल ही में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए तीन अलग-अलग मामलों में 12.80 करोड़ रुपये मूल्य के प्रतिबंधित और अवैध वस्तुओं की तस्करी को विफल किया है। इन कार्रवाइयों में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पहला मामला – बैंकॉक से गांजे की तस्करी
सीमा शुल्क अधिकारियों ने बैंकॉक से आने वाले एक भारतीय नागरिक के चेक-इन सामान की तलाशी के दौरान 9.662 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना (एक विशेष विदेशी किस्म का गांजा) बरामद किया। इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत लगभग 9.662 करोड़ रुपये आंकी गई है। यात्री को NDPS Act 1985 (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस एक्ट) के तहत गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों के अनुसार, यह ड्रग चेक-इन बैग में बेहद चतुराई से छिपाकर लाया गया था।
दूसरा मामला – संरक्षित जीवों की तस्करी
एक अन्य मामले में, एक यात्री के पास से एक जीवित और तीन मृत रैकून, तीन मृत ब्लैक फॉक्स गिलहरियां, 29 जीवित और 8 मृत ग्रीन इगुआना (एक विदेशी सरीसृप प्रजाति) बरामद किए गए। ये सभी जानवर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 और सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 के प्रावधानों के अंतर्गत संरक्षित हैं। अधिकारियों ने इन प्रजातियों की भारतीय जैवविविधता के लिए संभावित खतरे को देखते हुए इन्हें तुरंत एयरलाइन के माध्यम से मूल देश लौटाने का निर्देश दिया।
तीसरा मामला – दुबई से सोने की तस्करी
एक तीसरे मामले में, दुबई से लौटे दो यात्रियों से 1.650 किलोग्राम सोने की धूल और टुकड़े बरामद किए गए, जिसकी कीमत लगभग 1.49 करोड़ रुपये आंकी गई है। यह सोना यात्रियों ने शरीर के भीतर छिपाकर लाने की कोशिश की थी। सीमा शुल्क अधिकारियों ने दोनों यात्रियों को सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 के तहत गिरफ्तार किया है।
जांच और सतर्कता
मुंबई कस्टम्स (रीजन III) के अधिकारियों ने इन मामलों को अंतर-मंत्रालयी समन्वय और सतर्कता का उत्कृष्ट उदाहरण बताया है। विभाग ने कहा कि जांच अभी जारी है और ज़रूरत पड़ने पर अन्य राष्ट्रीय एजेंसियों से भी समन्वय किया जाएगा। इन कार्रवाइयों से यह स्पष्ट है कि मुंबई हवाई अड्डा नशीली दवाओं, वन्यजीवों और कीमती धातुओं की तस्करी के खिलाफ सक्रिय रूप से कार्रवाई कर रहा है, और तस्करों पर शिकंजा कसने के लिए पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रहा है।