
मुंबई। महाराष्ट्र के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रकाश अबिटकर ने आरोग्य भवन में हुई समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि जिन सरकारी अस्पतालों का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है, उन्हें जल्द से जल्द चालू किया जाए और जनता को समय पर स्वास्थ्य सेवाएं मिलें, इसके लिए आवश्यक मैनपावर और मशीनरी की योजना बनाई जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन स्थानों पर मैनपावर की कमी है, वहां संविदा नियुक्तियां की जाएं और जरूरत पड़ने पर एजेंसियों की भी नियुक्ति की जाए। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के सचिव वीरेंद्र सिंह, स्वास्थ्य सेवा आयुक्त रंगा नायक, निदेशक नितिन अंबाडेकर, संयुक्त निदेशक (अस्पताल) डॉ. सुनीता गोलाईट, संयुक्त निदेशक (पीएसी) डॉ. सुनीता दीक्षित तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे, जबकि जिला स्तरीय अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। मंत्री अबिटकर ने निर्देश दिया कि सभी जिला अस्पताल, उपजिला अस्पताल और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को अद्यतन किया जाए और जिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण पूर्ण हो चुका है, वहां सभी उपकरण तुरंत उपलब्ध कराए जाएं। साथ ही संबंधित अधिकारी स्थल पर जाकर निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि कोविड और मानसून की पृष्ठभूमि में सरकार और स्थानीय प्रशासन को घर-घर जाकर स्वास्थ्य, स्वच्छता और सामाजिक सहायता सेवाएं प्रदान करनी चाहिए। उन्होंने पुणे जिले में कोविड मामलों में वृद्धि को गंभीरता से लेते हुए स्थानीय अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। मानसून के दौरान जलभराव और गंदगी के कारण फैलने वाली बीमारियों पर रोक के लिए जल स्रोतों की गुणवत्ता की निगरानी, स्वच्छता सर्वेक्षण रिपोर्ट का अध्ययन और लाल व पीले कार्ड वाले गांवों में जनजागृति अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। जल परीक्षण प्रयोगशालाएं अद्यतन रखी जाएं और कार्यशील स्थिति में रहें। शवगृह कैबिनेट की समीक्षा करते हुए मंत्री ने कहा कि जहां निर्माण कार्य अधूरा है, वहां काम में तेजी लाई जाए और यह भी सुनिश्चित किया जाए कि मानसून और अन्य किसी भी अवधि में अधिकारी और कर्मचारी मुख्यालय न छोड़ें।