
मुंबई। महाराष्ट्र में सड़क, रेलवे, बुलेट ट्रेन, जलमार्ग, बंदरगाह और हवाई अड्डों जैसी आधारभूत सुविधाओं के बड़े पैमाने पर हो रहे विकास कार्यों ने राज्य को निवेश का सबसे बड़ा गंतव्य बना दिया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भरोसा जताया है कि महाराष्ट्र जल्द ही विकास और निवेश के मामले में पूरे देश का नेतृत्व करेगा।”इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर समिट 2025″ के दौरान मुंबई के होटल फोर सीज़न में सीएनबीसी टीवी-18 की संपादक श्रीन भान के साथ बातचीत में मुख्यमंत्री ने यह बातें कही।
तेजी से बढ़ती परियोजनाएं
मुख्यमंत्री ने बताया कि मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना तेजी से प्रगति कर रही है और 2028 तक यात्रियों के लिए तैयार होगी। वाधवण बंदरगाह के पास एक बुलेट ट्रेन स्टेशन भी विकसित किया जाएगा।मुंबई में कोस्टल रोड, अटल सेतु और विभिन्न मेट्रो मार्गों का कार्य भी तेज गति से चल रहा है, जिससे अनुमानित 50 अरब डॉलर का निवेश आकर्षित होने की संभावना है। पालघर जिले में बन रहा वाधवण बंदरगाह मौजूदा जेएनपीटी (JNPT) से तीन गुना बड़ा होगा और इसे नासिक और समृद्धि महामार्ग से जोड़ा जाएगा। वाधवण के पास एक नया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी प्रस्तावित है, जिसके आसपास “चौथी मुंबई” बसाई जाएगी।नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और अटल सेतु के माध्यम से “तीसरी मुंबई” के विकास की भी योजना तैयार है, जहां एज्यु-सिटी (Education City), हेल्थ सिटी और इनोवेशन सिटी जैसे प्रमुख केंद्र स्थापित होंगे।
पानी प्रबंधन और नए महामार्ग
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि कोल्हापुर और सांगली जिलों में बाढ़ का पानी और पश्चिम घाट का समुद्र में बहने वाला पानी अब उजनी बांध और मराठवाड़ा क्षेत्र में मोड़ा जाएगा, जिससे मराठवाड़ा को सूखा-मुक्त बनाने का सपना साकार होगा।समृद्धि महामार्ग की तर्ज पर अब नागपुर से गोवा तक ‘शक्तिपीठ महामार्ग’ विकसित किया जाएगा।
‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ और निवेश आकर्षण
मुख्यमंत्री ने बताया कि महाराष्ट्र में ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ के क्षेत्र में तेज प्रगति हो रही है। ‘मैत्री पोर्टल’ और ‘सिंगल विंडो सिस्टम’ के माध्यम से उद्योगपतियों और निवेशकों को एक ही जगह से सभी मंजूरी मिल रही हैं। उनका लक्ष्य है कि वर्ष 2029 तक महाराष्ट्र देश में कारोबार में आसानी के मामले में पहले स्थान पर पहुंचे।
ऊर्जा और हरित विकास
राज्य में सौर ऊर्जा पर जोर दिया जा रहा है:
वर्तमान में महाराष्ट्र की ऊर्जा का 21 प्रतिशत हिस्सा सौर स्रोतों से आता है।
लक्ष्य है कि 2030 तक यह प्रतिशत 52 प्रतिशत तक पहुंचाया जाए।
‘सौर कृषि वाहिनी योजना’ के तहत 3000 ट्रांसफॉर्मर अब सौर ऊर्जा से संचालित हो रहे हैं।
इलेक्ट्रिक वाहनों का राष्ट्रीय केंद्र
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) का “कैपिटल” बन रहा है।
सार्वजनिक परिवहन में भी ईवी बसें और गाड़ियाँ शामिल की जा रही हैं। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि महाराष्ट्र पर्यावरण अनुकूल सार्वजनिक परिवहन का उदाहरण बने।
लॉजिस्टिक्स और कार्गो विकास
फडणवीस ने बताया कि आज जवाहरलाल नेहरू पोर्ट से नागपुर तक मात्र 8 घंटे में सामान पहुंचाया जा सकता है। वाधवण बंदरगाह के शुरू होने के बाद लॉजिस्टिक्स सेक्टर में और भी तेजी आएगी।
नागपुर और पुणे में कार्गो हब भी तैयार हो रहे हैं।