
मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के बस स्टैंडों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने के लिए “बनाओ, चलाओ और स्थानांतरित करो (बीओटी)” मॉडल के तहत विकसित करने की योजना बनाई है। इस परियोजना के तहत सिंधुदुर्ग जिले के डोडामार्ग, सावंतवाड़ी और अंबोली बस स्टैंड का विकास किया जाएगा। वहीं, छत्रपति संभाजीनगर जिले के सिल्लोड बस स्टैंड पर यात्रियों के लिए सड़क उपलब्ध कराई जाएगी और जलगांव जिले के चोपड़ा बस स्टैंड को अत्याधुनिक बस पोर्ट के रूप में विकसित करने के लिए तत्काल कार्रवाई की जाएगी। यह जानकारी राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने दी। राज्य परिवहन विभाग से जुड़े मुद्दों पर विधान भवन में आयोजित बैठक में मंत्री प्रताप सरनाईक ने कहा कि शहरों, तालुकाओं और ग्रामीण क्षेत्रों में परिवहन व्यवस्था को मजबूत करने के लिए बीओटी मॉडल अपनाया जाएगा। इस बैठक में पूर्व मंत्री अब्दुल सत्तार, पूर्व मंत्री दीपक केसरकर, विधायक चंद्रकांत सोनवाने, एसटी महामंडल के निर्माण महाप्रबंधक दिनेश महाजन और मुख्य लेखा अधिकारी तथा वित्त सलाहकार गिरीश देशमुख मौजूद थे।
सावंतवाड़ी, डोडामार्ग और अंबोली बस स्टैंड का आधुनिकीकरण
सिंधुदुर्ग जिले के सावंतवाड़ी, डोडामार्ग और अंबोली बस स्टैंड को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। पूर्व मंत्री दीपक केसरकर ने विशेष रूप से अंबोली बस स्टैंड पर जोर देते हुए कहा कि इसे एक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। मंत्री सरनाईक ने उनके इस सुझाव को स्वीकारते हुए अंबोली में एक नया आधुनिक बस स्टैंड बनाने की घोषणा की।
सिल्लोड बस स्टैंड पर सुरक्षा के कदम
पूर्व मंत्री अब्दुल सत्तार ने छत्रपति संभाजीनगर जिले के सिल्लोड बस स्टैंड के पास लगातार हो रही दुर्घटनाओं का मुद्दा उठाया। उन्होंने यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वहां एक नया सड़क मार्ग बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस पर मंत्री सरनाईक ने जल्द ही वैकल्पिक सड़क की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया।
चोपड़ा बस स्टैंड बनेगा अत्याधुनिक बस पोर्ट
विधायक चंद्रकांत सोनवाने ने जलगांव जिले के चोपड़ा बस स्टैंड के आधुनिकीकरण की मांग की। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की सीमा से सटे आदिवासी बहुल क्षेत्र चोपड़ा तालुका के मुख्य बस स्टैंड को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाना चाहिए। मंत्री सरनाईक ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस परियोजना के लिए निविदा प्रक्रिया जल्द शुरू की जाए। राज्य सरकार की इस पहल से यात्रियों को न केवल बेहतर परिवहन सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। बीओटी मॉडल के तहत इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद, बस स्टैंडों को आधुनिक और सुविधाजनक बनाया जाएगा, जिससे यात्रियों की यात्रा सुरक्षित और आरामदायक हो सकेगी।