मुंबई। बॉम्बे हाई कोर्ट में सोमवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणामों से संबंधित एक याचिका पर सुनवाई हुई। याचिका में आरोप लगाया गया कि विधानसभा चुनाव में शाम 6 बजे के बाद पड़े 76 लाख वोटों पर संदेह है। इस याचिका को वंचित बहुजन अघाड़ी पार्टी के अध्यक्ष और बाबासाहेब अंबेडकर के परपोते, प्रकाश अंबेडकर ने दायर किया था। अंबेडकर ने कोर्ट में तर्क दिया कि पिछले विधानसभा चुनाव में शाम 6 बजे के बाद मतदान प्रतिशत और इस साल के चुनाव में इस अवधि में पड़े वोटों के प्रतिशत में बड़ा अंतर है, जिससे यह संदेह उत्पन्न होता है कि इन वोटों की गिनती में कुछ गड़बड़ी हो सकती है। बॉम्बे हाई कोर्ट की बेंच, जिसमें जस्टिस अजय गडकरी और कमल खट्टा शामिल थे, ने इस मामले पर सुनवाई करते हुए केंद्रीय चुनाव आयोग और राज्य चुनाव आयोग को दो हफ्ते के भीतर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने चुनाव आयोग से यह भी पूछा कि क्या शाम 6 बजे के बाद की मतदान प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की गई थी, और इसे उपलब्ध कराया जाए। इसके अलावा, कोर्ट ने चुनाव आयोग को इस मुद्दे पर एक स्पष्ट खुलासा प्रस्तुत करने का भी आदेश दिया है। प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि चुनाव आयोग ने यह दावा किया था कि 6 बजे के बाद 76 लाख वोट पड़े, जो अजीब और संदेहास्पद लगता है। अंबेडकर ने इस पर सवाल उठाया और कहा कि चुनाव आयोग ने आदर्श चुनावी नियमों का पालन नहीं किया है। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि चुनाव आयोग को इन वोटों की गिनती के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करनी चाहिए और शाम 6 बजे के बाद हुए मतदान की वीडियोग्राफी उपलब्ध करानी चाहिए। इस मामले में अदालत ने चुनाव आयोग और मुख्य निर्वाचन अधिकारी को नोटिस जारी किया है और अगले दो हफ्ते में उनके द्वारा किए गए कदमों पर जवाब देने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन को 288 सीटों में से 235 सीटें मिली थीं, जबकि विपक्षी महाविकास अघाड़ी को केवल 49 सीटों पर संतोष करना पड़ा था। महायुति में बीजेपी को 132, शिवसेना (शिंदे) को 57 और एनसीपी (अजित) को 41 सीटें मिलीं, वहीं एमवीए में कांग्रेस को 16, एनसीपी (एसपी) को 10 और शिवसेना (यूबीटी) को 20 सीटें मिलीं।