मुंबई। ईवीएम मशीनों पर मतदान और मतगणना की प्रक्रिया को लेकर लगाए गए आरोपों के बीच, 31 जिलों के 95 विधानसभा क्षेत्रों से 104 उम्मीदवारों ने ईवीएम और वीवीपैट डेटा के मिलान और पुनः सत्यापन के लिए आवेदन प्रस्तुत किए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय ने जानकारी दी है कि इन आवेदनों के आधार पर 755 चुनाव बूथों की ईवीएम और वीवीपैट सत्यापन प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह कदम उन आरोपों के संदर्भ में उठाया गया है जो मतदान प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता को लेकर उठाए गए थे। सत्यापन के लिए आवेदन करने वाले प्रमुख उम्मीदवारों में कोपरी-पचपखाड़ी से चुनाव लड़ने वाले केदार दिघे, बारामती से अपने चाचा अजीत पवार के खिलाफ खड़े युगेंद्र पवार, मुक्ताईनगर से राकांपा नेता एकनाथ खडसे की बेटी रोहिणी खडसे, घनसावंगी से पूर्व मंत्री राजेश टोपे शामिल हैं। वसई और नालासोपारा से क्रमशः हितेंद्र ठाकुर और उनके बेटे क्षितिज ठाकुर ने भी सत्यापन की मांग की है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट, जिन्होंने संगमनेर में हार का सामना किया, ने भी आवेदन प्रस्तुत किया है। अन्य उम्मीदवारों में शिवसेना के विनोद घोसालकर (दहिसर), नसीम खान (चांदिवली), और समाजवादी पार्टी के फहद अहमद (अणुशक्तिनगर) शामिल हैं। चुनाव आयोग ने कहा है कि सत्यापन प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से पूरी की जाएगी, जिससे उम्मीदवारों और जनता के मन में किसी भी प्रकार की शंका का निवारण हो सके।