मुंबई। महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने 1 दिसंबर को मुंबई के राजभवन में नागालैंड और असम राज्य स्थापना दिवस के संयुक्त समारोह की अध्यक्षता की। यह आयोजन भारत सरकार की ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ पहल के तहत किया गया था। राज्यपाल राधाकृष्णन ने नागालैंड और असम के लोगों को उनके राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए इन राज्यों की प्रगति की सराहना की। उन्होंने कहा कि नागालैंड और असम ने शिक्षा, रोजगार और पर्यटन के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। राज्यपाल ने इन राज्यों की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विविधता को भारत की एकता में अभिन्न योगदान करार दिया। उन्होंने महाराष्ट्र के लोगों से आग्रह किया कि वे नागालैंड और असम का दौरा करें और वहां की संस्कृति और जीवनशैली का अनुभव करें। उन्होंने कहा, “राज्यों के बीच यात्रा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान राष्ट्रीय एकीकरण को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।”
संस्कृति और परंपरा का प्रदर्शन
समारोह में नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश के छात्रों ने पारंपरिक बांस नृत्य प्रस्तुत किया। एसएनडीटी महिला विश्वविद्यालय की छात्राओं ने संथाली नृत्य और असमिया लोकगीत गाए। इन प्रस्तुतियों ने भारत की विविध और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित किया। राज्यपाल ने एसएनडीटी महिला विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. उज्ज्वला चक्रदेव, ईश्वरपुरम संगठन के अध्यक्ष प्रशांत जोशी, संस्थापक सदस्य और छात्रों को उनकी भागीदारी और योगदान के लिए सम्मानित किया।
‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ पहल का उद्देश्य
इस पहल का उद्देश्य देश के विभिन्न राज्यों और संस्कृतियों के बीच आपसी समझ और एकता को बढ़ावा देना है। राज्य स्थापना दिवस का यह संयुक्त आयोजन इस दिशा में एक कदम था, जिसमें पूर्वोत्तर और महाराष्ट्र के बीच सांस्कृतिक और सामाजिक संबंधों को मजबूत करने का प्रयास किया गया। यह आयोजन न केवल दोनों राज्यों की प्रगति और संस्कृति को रेखांकित करता है बल्कि राष्ट्रीय एकता और सद्भावना को भी बल प्रदान करता है।