मुंबई। राज्य के जल आपूर्ति और स्वच्छता मंत्री गुलाबराव पाटिल ने जल जीवन मिशन और स्वच्छ भारत अभियान की प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक की। इस बैठक में उन्होंने विभागीय अधिकारियों को मिशन के तहत घर-घर तक पानी पहुंचाने के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, सार्वजनिक और व्यक्तिगत शौचालयों के निर्माण को भी प्राथमिकता देने पर जोर दिया। बैठक मंत्रालय में आयोजित की गई, जिसमें प्रधान सचिव संजय खंडारे, जल आपूर्ति और स्वच्छता मिशन के प्रबंध निदेशक ई. रवींद्रन, महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण के मुख्य अभियंता प्रशांत भामरे समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे। मंत्री पाटिल ने निर्देश दिए कि जल आपूर्ति योजनाओं के लिए जल्द से जल्द संशोधित अनुमतियां दी जानी चाहिए और ग्राम पंचायतों को स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए अधिक धनराशि का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। बैठक के दौरान, मंत्री पाटिल ने अनार जैसे फलों की खेती को प्रोत्साहित करने और उनके प्रसंस्करण के लिए विशेष योजनाएं लागू करने पर भी विचार किया। इसके अलावा, जल जीवन मिशन के तहत परियोजना प्रबंधन सलाहकार (पीएमसी) द्वारा योजनाओं की निगरानी और कार्यान्वयन में तेजी लाने पर भी जोर दिया गया। मंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में कूड़ा प्रबंधन, कीचड़ प्रबंधन और प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन परियोजनाओं में अधिक ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए ताकि राज्य की स्वच्छता योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हो सके।