जलगांव। महाराष्ट्र के जलगांव में तैनात एक महिला पुलिसकर्मी ने अपनी बहादुरी से एक मासूम की जान बचाकर लोगों के सामने एक मिसाल पेश की। ऋषि पंचमी के मौके पर महर्षि कण्वाश्रम के पास कनाल्डा नदी में जब एक 11 वर्षीय बच्चा पानी में डूबने लगा, तो वहां मौजूद लोग केवल देख रहे थे, लेकिन किसी ने भी उसकी मदद के लिए पहल नहीं की।इसी दौरान ड्यूटी पर तैनात महिला कांस्टेबल पूर्णिमा चौधरी ने बच्चे की चीखें सुनीं और बिना अपनी जान की परवाह किए, वर्दी में ही नदी में कूद गईं। उन्होंने बच्चे को पकड़कर ऊपर की ओर उठाया ताकि वह सांस ले सके। उनकी सक्रियता और साहस के कारण बच्चे की जान बचाई जा सकी। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि महिला पुलिसकर्मी पूर्णिमा चौधरी ने अपने कर्तव्य को निभाने के साथ-साथ मानवता की भी मिसाल कायम की। ऐसे उदाहरण हमें समाज में सुरक्षा कर्मियों की महत्वता और उनके योगदान का एहसास कराते हैं। इस अवसर पर इस महिला कर्मचारी द्वारा दिखाए गए साहस के लिए ग्रामीणों की ओर से सरपंच पुंडलिक सपकाले ने उसका अभिनंदन किया। महिला पुलिसकर्मियों की बहादुरी की महिलाओं और स्थानीय लोगों ने खूब सराहना की है।