भ्रष्टाचार राजनीति की देन है जो पार्टी डोनेशन से शुरू और उसी पर खत्म होती है। कांग्रेस के तीन तीन बार झाड़खंड से राज्यसभा से सांसद बनाए गए थे, के यहां इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी में तीन सौ करोड़ बरामद हो चुके हैं।लोकसभा चुनाव तक अभी कांग्रेसी लोगों के यहां छापे पड़ते रहेंगे। मोहन साहू ने नोटबंदी २०१६ के समय कहा था, नोट बंदी के बाद भी इतना कालाधन मिलता देखकर मेरा मन व्यथित हो जाता है। कांग्रेस पार्टी ही भ्रष्टाचार देश से खत्म कर सकती है। जयराम नरेश ने कहा, इतना ज्यादा पैसा धीरज साहू के पास किस बिजनेस से आया,इसका जवाब उन्हें देना होगा। कांग्रेस का उनके भष्टाचार से कोई लेना देना नहीं है। वाह जयराम रमेश जी वाह। धीरज साहू कांग्रेस के लिए कितने महत्त्वपूर्ण हैं कि उन्हें कांग्रेस ने २००९, २०१० और २०१८ में राज्यसभा भेजा गया। शाहू राहुल गांधी के भारत जोड़ों। यात्रा में भी साथ थे। उसके बहुत पहले वे राहुल गांधी को गुलदस्ता दे रहे थे जिसकी तस्वीर है।
कहा जाता है कि राज्यसभा सांसद बनाने के लिए सौ करोड़ डिमांड होती आई। शायद यही कारण है जो राज्यसभा में सारे सांसद ही करोड़पति हैं। धीरज साहू से संबंधित शराब बिजनेस का क्षेत्र उड़ीसा-झाड़खंड तक फैला हुआ है। बलदेव शाहू ग्रुप पर भ्रष्टाचार के आरोप पहले ही लग चुके हैं। कांग्रेसी सांसद धीरज प्रसाद साहू का परिवार शराब कारोबार से जुड़ा है। बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज मूल रूप से झारखंड के लोहरदगा जिले की है। इस कंपनी ने ४० साल पहले ओडिशा में देशी शराब बनानी शुरू की थी। कंपनी की बौद्ध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) की साझेदारी फर्म है। इसी कंपनी की बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड, क्वालिटी बॉटलर्स प्राइवेट लिमिटेड और किशोर प्रसाद विजय प्रसाद बेवरेज प्राइवेट लिमिटेड भी है। इसमें बलदेव साहू इंफ्रा फ्लाई ऐश ईंटों का काम करती है, बाकी कंपनियां शराब कारोबार से जुडी हैं। इनकी टैक्स चोरी के शक में जांच एजेंसी ने झारखंड के रांची और लोहरदगा के अलावा ओडिशा के बलांगीर, संबलपुर, रायडीह इलाकों में कार्रवाई शुरू की थी। इतनी बड़ी रकम जिसमें पांच सौ के फफूंद लगे पुराने नोटों का भी खजाना है जो नोट बंदी के बाद बेकार पड़ गए हैं। इतनी पुरानी और बड़ी मात्रा में बेकार हो चुके इन नोटों की बरामदगी से स्पष्ट है कि धीरज साहू का भ्रष्टाचार से पुराना नाता है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा था कि वे भ्रष्टाचार की जड़ तक पहुंचेंगे। मोदी के ट्वीट में भ्रष्टाचार के तह तक पहुंचने की बात लिखी गई है लेकिन केवल विपक्ष के भ्रष्टाचार तक। केंद्रीय मंत्री तोमर के बेटे के द्वारा स्ट्रिंग ऑपरेशन में दस हजार करोड़ घूस मांगने और एक विधायक के घर से करोड़ों का खजाना बरामद होने के बावजूद मोदी चुप रहते हैं। उनका शायद मानना है, दाग अच्छे हैं बशर्ते अपने हों।