उस्मानाबाद। महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले में स्थित शक्तिपीठ तुलजा भवानी मंदिर में धोखाधड़ी का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। भवानी महाराष्ट्र की कुलदेवी हैं। देशभर से यहां हर साल लाखों श्रद्धालु देवी जी के दर्शन करने आते हैं। यहां भक्त दिल खोलकर दान करते है। वर्ष 2009 से 2022 के बीच तुलजा भवानी मंदिर में कुल 207 किलो सोने और 2,570 किलो चांदी का चढ़ावा आया। लेकिन अब देवी का सोने का मुकुट और अन्य आभूषण गायब होने से हड़कंप मच गया। मिली जानकारी के मुताबिक, मंदिर संस्थान द्वारा उपविभागीय अधिकारी गणेश पवार की अध्यक्षता में 16 सदस्यीय समिति नियुक्त की गई थी। इस समिति द्वारा दी गई रिपोर्ट में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। खास बात यह है कि तुलजाभवानी संस्थान हमेशा किसी न किसी वजह से चर्चा में रहा है। कभी ड्रेस कोड तो कभी पैसे देकर दर्शन करवाने को लेकर मंदिर प्रशासन पर सवाल उठे है। लेकिन अब मंदिर के सोने के गहने गायब होने से भक्तों की भौंहें तन गई हैं। बड़ी संख्या में भक्त तुलजा भवानी देवी से मन्नत मांगते हैं। मन्नत पूरी होने के बाद, कई भक्त आस्था के साथ देवी के चरणों में सोने-चांदी के आभूषण और अन्य कीमती वस्तुएं चढ़ाते हैं। इन आभूषणों को मंदिर संस्थान द्वारा पंजीकृत कर सुरक्षित रखा जाता है। इसके अलावा देवी जी के आभूषणों की पूरी जिम्मेदारी मंदिर प्रशासन की होती है। तुलजाभवानी मंदिर की देवी जी के 27 आभूषणों में से 4 गायब हो गए। 12 परतों वाली 11 मूर्तियों वाला मंगलसूत्र भी लापता है। चौंकाने वाली बात यह है कि 826 ग्राम यानी सवा किलो से ज्यादा वजन का सोने का मुकुट भी गायब है। इस चोरी को छुपाने के लिए दूसरा मुकुट भी रख दिया गया। प्राचीन पादुका को हटाकर उसकी जगह नये स्थापित करने का कारनामा भी किया गया है। हालांकि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग जोर-शोर से उठ रही है।