
मुंबई। देश के पाच राज्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। हालांकि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के चलते इन पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को अहम माना जा रहा है। दिलचस्प बात यह है कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) के गठन के बाद यह पहला बड़ा चुनाव है। इसलिए सभी राजनीतिक दल पूरी ताकत के साथ सियासी रण में उतरने जा रहे हैं। इसी बीच शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भविष्य की राजनीति को लेकर एक सनसनीखेज बयान दिया है। संजय राउत ने मुंबई में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली की सत्ता पर काबिज नहीं हो पाएंगे और न ही तीसरी बार देश कमान उनके हाथ में आने जा रही है। सांसद संजय राउत ने पत्रकारों से कहा विपक्षी दलों ने साल 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ‘इंडिया’ अलायंस का गठन किया गया है। इस कारण से इंडिया गठबंधन की बैठक में शामिल होने वाले दल 2024 के चुनावों पर ही ज्यादा चर्चा करते हैं। उन्होंने आगे कहा मैं एक बात तो निश्चित रूप से कह सकता हूं कि 2024 के लोकसभा में भाजपा की सरकार नहीं बनेगी। 2024 में न तो मोदी जी प्रधानमंत्री रहेंगे और न तो केंद्र की सत्ता में भाजपा होगी। लोकसभा चुनाव में विपत्री दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर संजय राउत ने कहा यह तो साफ है कि राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में कांग्रेस विपक्षी दलों में सबसे बड़ी पार्टी है। इसलिए इन राज्यों में कांग्रेस को ही तय करना है कि वो किस दल को अपने साथ लेगी और किसको नहीं। राउत के इस बयान के पूर्व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की कार्यकारी प्रमुख और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने बीते बुधवार को कहा था कि इंडिया गठबंधन के भीतर सीट आवंटन को लेकर आंतरिक चर्चा लगातार जारी है। बारामती से लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने पत्राकारों से बात करते हुए कहा इंडिया गठबंधन में शामिल विपक्षी दलों के बीच कई राज्यों के लिए सीट-बंटवारे की बातचीत चल रही है और हर राज्य की राजनैतिक परिस्थितियों के हिसाब से आपसी तालमेल बन रहा है। मालूम हो कि इससे पहले बीते 31 अगस्त से 1 सितंबर को मुंबई में इंडिया गठबंधन की तीसरी बैठक संपन्न हुई थी। जिसमें शामिल दलों ने ऐलान किया कि वो एनडीए की मोदी सरकार के खिलाफ सामूहिक रूप से मिलकर 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।