
जितेंद्र पाण्डेय
देश में रामराज्य आ गया है। सर्वेभवंतु सुखिन: सर्वेसंतु निरामया का चतुर्दिक उद्घोष होने लगा है। आकाश में देव दुंदुभी बजाकर नवभारत का स्वागत कर रहे हैं। देश में चारों ओर मंगल गीत के स्वर मुखरित हो रहे हैं। स्त्री पुरूष निर्भय हो अकेले घूम रहे हैं। सारे अपराधी अपराध त्यागकर साधु संत महात्मा ऋषि महर्षि और मठाधीश बन गए हैं। जनता पुवे पकवानू का स्वाद चखकर आह्लादित हो रही है। किसान मजदूर खुश और संपन्न बन गए हैं। 84 करोड़ जनता 5 किलो अनाज खाकर महीने भर तृप्त होने लगा है। शेष जन साल में 6 हजार रूपए पाकर संतुष्ट और संपन्न बन चुका है। किसानों की आय दोगुनी हो चुकी है। खीर मलाई का भोग बनाकर मंदिरों में चढ़ाकर राजा की जयकार मंत्रमुग्ध होकर बोलने लगे हैं। देश का हर बच्चा उच्च शिक्षाएं निशुल्क प्राप्त कर रहा है। देश में 84 करोड़ गरीब पक्की छत पाकर राजा को दीर्घायु होने का आशीष दे रहे हैं। हर घर में शौचालय बना दिए गए हैं। वे मूर्ख और गुलाम हैं जिन्हे सरकार से भीख ही सही मिलकर आह्लादित हो रहे हैं। भला हो राजा साहेब का जो हमेशा सच बोलते और जनहित के कार्यों में 20 घंटे काम करने लगे हैं। इससे बड़ा प्रमाण क्या होगा कि जो व्यक्ति चंद वर्षोने दुनिया भर में दूसरे नंबर का धनी हो गया था। एकाएक एक विदेशी की रिपोर्ट से अर्श से फर्श पर आ गिरा लेकिन जनता का पैसा तो राजा का ही पैसा होता है। इसलिए राजा ने एसबीआई और एलआईसी को हुक्म देकर उस फर्श पर गिरे व्यक्ति के गिरते शेयर को खरीदवाकर उक्त व्यक्ति की संपत्ति बढ़ाने का पुण्य कर्म किया है। मोदी-शाह ने जनता को हिंदू मुस्लिम और भारत-पाकिस्तान के साथ ही राष्ट्रभक्ति का प्रमाण मांगने के कारण हिंदुओं को जो अमृत पिलाया गया उसका पुण्य अब फलीभूत होने लगा है। आरपीएफ का जवान चेतन मुंबई जयपुर ट्रेन की सुरक्षा के लिए ड्यूटी पर था। सुबह साढ़े पांच बजे जब ट्रेन कुछ दूर चली तो अपने एएसआई और तीन मुसलमानों को बारह राउंड गोलियां चलाकर हत्या का पुण्य किया। बीजेपी सरकार की नफरती नीतियों वक्तव्यों का अमृत पान कर उसने सुरक्षा का पावन कर्तव्य निभाया। वह यूपी का रहने वाला है। हत्याएं करने के बाद वीडियो में वह कहते सुना जा रहा हैं। भारत में रहना है। वोट देना है तो मोदी योगी कहना है। आगे के शब्द वायरल वीडियो में साफ सुना नहीं जा रहा। अमृतपान कर हत्याएं जैसा पुण्य काम कर मोदी योगी का गुणगान कर चलती ट्रेन से बोरीवली स्टेशन पर कूद गया लेकिन मुंबई आरपीएफ ने शायद उसे पकड़कर गुनाह कर दिया। मोदी योगी के भक्त की गिरफ्तारी करने की हिमाकत आरपीएफ करे यह अक्षम्य है। गोदी मीडिया नवभारत टाइम्स ने एक खूबसूरत कहानी गढ़कर प्रकाशित करने का पुण्य किया इसके अनुसार एक सिलाही जिसका ट्रांसफर दिल्ली से मुंबई कर दिया गया था। मानसिक रूप से वह और उसके परिवार वाले टेंशन में आ गए। यानी उस मोदी भक्त ने बेहद शानदार कार्य किया है। दूसरी घटना बरेली के एसएसपी जिन्हें एक एसआई की हत्या उन्मादी देशभक्तों द्वारा किए जाने के बाद बरेली में लॉ एंड ऑर्डर सुव्यवस्थित करने के लिए योगी सरकार ने भेजा था। वैसे एसएसपी प्रभाकर चौधरी बेहद ईमानदार कर्मठ आईपीएस हैं। उनकी ईमानदारी और कर्तव्य पारायणता के कारण लगभग तेरह वर्षो की नौकरी में 32 बार ट्रांसफर कर इनाम दिया जाता रहा है। सरकारें उनकी ईमानदारी से इतना प्रभावित रही हैं कि छः महीने से अधिक कहीं रहने नहीं दिया गया। बरेली ही ऐसी जगह है जहां वे लगभग एक साल रहे। उनकी मजाल कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिन कांवरियों के ऊपर हेलीकाप्टर से फूल बरसाए थे। उन उन्मादी शराब पीए, असलहेधारी बदमाश कांवड़ियों ने ऐसी जगह जाने की जिद कर बैठे। चार घंटे तक एसएसपी उनका मनुहार करते रहे। आदर देते रहे लेकिन बदमाश कांवड़िए उसी मार्ग से जाने के लिए उग्र होकर बढ़ने लगे। प्रशानिक व्यवस्था से उन्हें सरोकार नहीं। दरअसल वे उस मार्ग से जाकर दंगा भड़काने की कोशिश करने लगे। उग्र धर्मावादियो के उत्पात और संभावी दंगा रोकने की नियत से एस एस पी जिनलर लॉ एंड ऑर्डर कायम रखने की जवाबदेही थी ने उग्र होने वाले कास्नवादियों पर हल्का लाठी चार्ज करने का आदेश मजबूरी में दे दिया। भला कांवड़ियों के ऊपर फूल बरसाने वाले योगी को एसएसपी की धृष्टता बर्दास्त नहीं हुई।सिपाहियो को निलंबित और एसएसपी चौधरी का एक बार फिर लखनऊ ट्रांसफर कर दिया। ऐसा पुण्य कर्म बीजेपी करती रहती है। अब कई वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो चुके हैं जिनमें इन कथित भक्त कांवड़ियों को शराब और गांजा पीते, फिल्मी गानों पर डांस करते देखा जा रहा है। लेखक ने स्वयं भी इन कांवड़ियों का ढकोसला देखा है। गुमटी के पीछे छिपकर शराब और गांजा पीते हुए। डांस करते हुए। सच तो यह है कि नब्बे प्रतिशत कांवड़िए शोहदे युवा होते हैं। शेष दस प्रतिशत ही भक्ति भाव से किसी वाहन से बिना डी जे बजाए नाचे गंगा जल लेकर भक्ति भाव से भूत पावन पर गंगाजल चढ़कर सीधे अपने घर चले जाते हैं। तीसरा पुण्य कर्म एक ट्रेन का वायरल वीडियो देखने में आया है जिसमे एक बुजुर्ग मुस्लिम उपरी बर्थ पर चुपचाप नमाज अदा कर रहा था। इसी के सामने बीजेपी का अमृतपान किए कुछ युवा जोर जोर से हनुमान चालीसा का पाठ तालियां बजाकर करने लगे। मजेदार बात यह कि किसी को हनुमान चालीसा याद नहीं। मोबाइल में देखकर बीजेपी के अमृतापाई धार्मिक युवा हनुमान चालीसा पढ़ रहे थे। सच तो यह है कि सरकार ने डीजे शादी विवाह में बजाना बंद कर दिया। मस्जिदों पर लाउड स्पीकर का प्रयोग खत्म कर दिया गया फिर नकली कावडियो को यातायात अवरुद्ध कर डीजे पर फूहड़ गानों पर फुहड़ डांस करने की छूट देना शायद बीजेपी की नजरों में महान धार्मिकता और महान पुण्य है। अंततः धर्म व्यक्तिगत होता है। सामूहिक भीड़ का कोई धर्म नहीं होता। हिंदू हों या मुस्लिम किसी को भी यातायात अवरुद्ध करने, तीव्र आवाज में डी जे बजाने का अधिकार नहीं है। देश संविधान से चलेगा। एक पक्षीय निर्णय संविधान और लोकतांत्रिक व्यवस्था का अपमान है।