मुंबई। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर प्याज के निर्यात पर केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए 20 प्रतिशत शुल्क को तुरंत समाप्त करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि श्रीलंका ने प्याज पर आयात शुल्क 20 प्रतिशत कम कर दिया है और अधिक प्याज आयात करने की दिशा में कदम उठाए हैं। ऐसे में, केंद्र सरकार को भी निर्यात शुल्क हटाकर किसानों को लाभ पहुंचाना चाहिए। अजित पवार ने कहा कि महाराष्ट्र के नासिक और अन्य क्षेत्रों के किसान लाल प्याज का बड़े पैमाने पर उत्पादन करते हैं और इसे विदेशों में निर्यात करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। लेकिन, निर्यात शुल्क के कारण उन्हें उचित दाम नहीं मिल पा रहे हैं। वर्तमान में राज्य में लाल प्याज की कीमत औसतन 2,400 रुपये प्रति क्विंटल है, जो उत्पादन लागत के मुकाबले बहुत कम है। राज्य में बेमौसम बारिश और प्राकृतिक आपदाओं के कारण प्याज उत्पादन में नुकसान हुआ है। इसके बावजूद, किसानों ने बेहतर गुणवत्ता का प्याज उत्पादन किया है। लेकिन लाल प्याज टिकाऊ नहीं होता, इसलिए इसे जल्दी बेचने की मजबूरी है। निर्यात शुल्क हटाने से किसानों को उनके उत्पाद का अच्छा मूल्य मिलने का मार्ग प्रशस्त होगा।
विधायकों की मांग पर संज्ञान
विधायक नितिन पवार, दिलीपराव बनकर, हीरामन खोसकर, और सरोजताई अहिरे समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने इस मुद्दे पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार को पत्र लिखकर निर्यात शुल्क हटाने की मांग की थी। उनकी मांग पर ध्यान देते हुए पवार ने केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की और यह मुद्दा उठाया। श्रीलंका सहित अन्य देशों में लाल प्याज की मांग बढ़ रही है। निर्यात शुल्क हटाने से भारतीय किसान इस अवसर का लाभ उठाकर अपनी आर्थिक स्थिति सुधार सकते हैं। अजित पवार ने गोयल से आग्रह किया है कि लाल प्याज के दाम स्थिर रखे जाएं और निर्यात शुल्क समाप्त किया जाए ताकि किसानों को उनकी लागत के आधार पर बेहतर मूल्य मिल सके।