
मुंबई। महाराष्ट्र में समृद्धि महामार्ग पर रविवार रात हुए भयानक हादसे में 12 लोगों की मौत हुई। इस मामले में कार्रवाई शुरू हो चुकी है। बुलढाणा से नासिक जा रही मिनी बस आधी रात में छत्रपति संभाजीनगर में समृद्धि महामार्ग पर एक खड़े ट्रक से टकरा गयी। शुरुआती जांच में पता चला है कि दुर्घटनाग्रस्त ट्रक को आरटीओ अधिकारियों ने रुकवाया था। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे पर ट्रक रोकने वाले दो आरटीओ अधिकारियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें निलंबित भी कर दिया है। अधिकारियों के नाम प्रदीप राठौड़ और नितिन कुमार गनोरकर हैं और दोनों आरटीओ असिस्टेंट इंस्पेक्टर हैं। उन्होंने जिस ट्रक को रुकवाया था, उसी से टकराने से टेंपो ट्रैवलर (मिनी बस) में सवार 12 लोगों की मौत हो गई थी। आरटीओ अधिकारियों ने रोकी थी ट्रक आरोप है कि समृद्धि महामार्ग पर दोनों आरटीओ अधिकारियों ने देर रात में अवैध रूप से ट्रक को रोका था। जबकि समृद्धि महामार्ग पर वाहनों को रोकना सख्त मना है। दुर्घटनाग्रस्त ट्रक को रोकने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो के बाद यह साफ हो गया है कि मिनी बस हादसे की शिकार आरटीओ अधिकारियों की गलती के कारण हुई है।
कैसे हुआ हादसा?
वीडियो में दिख रहा है कि अधिकारियों ने बड़ी लापरवाही बरती और मनाही के बावजूद ट्रक को समृद्धि महामार्ग पर रोका। इतना ही नहीं ट्रक को एक्सप्रेसवे पर बनी सफेद पट्टी के भीतर खड़ी करने के बजाय एक लेन में ही रोक दिया। जिस वजह से उसी लेन में पीछे से आ रही तेज रफ्तार मिनी बस पीछे से ट्रक में भिड़ गयी। इस हादसे में घायल लोगों के मुताबिक आरटीओ अधिकारी उस ट्रक का पीछा कर रहे थे। टोल बूथ के पास आरटीओ ने ट्रक को रोक लिया और उसके कागजात की जांच की। इस बीच, रात एक बजे के करीब पीछे से आ रही टेंपो ट्रैवलर ने ट्रक में जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई है और 23 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। मृतकों में बच्चे और युवा भी शामिल हैं। सभी पीड़ित बुलढाणा से सैलानी बाबा के दर्शन कर नासिक लौट रहे थे। दुर्घटना की शिकार टेंपो ट्रैवलर में क्षमता से ज्यादा यात्री सवार थे।