Thursday, November 6, 2025
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वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण: महाराष्ट्र में भव्य उत्सव की तैयारी: आज राज्यभर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का होगा आयोजन

मुंबई। देशभक्ति और स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति सम्मान का प्रतीक ‘वंदे मातरम’ गीत इस वर्ष अपने 150 वर्ष पूरे कर रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर पर राज्य सरकार ने व्यापक स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन करने का निर्णय लिया है। शुक्रवार, 7 नवंबर 2025 को सुबह 9:45 बजे मंत्रालय के त्रिमूर्ति प्रांगण में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में ‘वंदे मातरम’ का सामूहिक गायन किया जाएगा। कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा ने जानकारी दी कि इस अवसर को यादगार बनाने के लिए पूरे वर्षभर “शारदा शताब्दी महोत्सव” के अंतर्गत राज्यभर में विभिन्न सांस्कृतिक और शैक्षणिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मंत्री लोढ़ा ने कहा कि महान कवि और दार्शनिक बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा 1875 में रचित ‘वंदे मातरम’ केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम की आत्मा रहा है। यह गीत राष्ट्रभक्ति, त्याग और एकता का प्रतीक है जिसने असंख्य स्वतंत्रता सेनानियों को प्रेरित किया। मंत्री लोढ़ा ने बताया कि इस अवसर पर शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी प्रतिष्ठानों और सामाजिक संगठनों में सामूहिक रूप से ‘वंदे मातरम’ के गायन का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से परिपत्र और अध्यादेश जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि सामूहिक गायन स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों और मातृभूमि के प्रति सामूहिक श्रद्धांजलि का प्रतीक होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस अवसर पर पूरे देश में देशभक्ति से जुड़े विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मार्गदर्शन में कौशल विभाग ने राज्य स्तर और तालुका स्तर पर समितियों का गठन कर लिया है। इन समितियों के माध्यम से राज्यभर में निबंध लेखन, सेमिनार, प्रदर्शनी, और भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं, जिनका उद्देश्य नई पीढ़ी में देशभक्ति और राष्ट्रीय चेतना का प्रसार करना है।
इसके साथ ही, सांस्कृतिक कार्य निदेशालय की ओर से सांस्कृतिक कार्य मंत्री एडवोकेट आशीष शेलार के मार्गदर्शन में राज्यभर में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों में देशभक्ति गीत, नाट्य मंचन, लोकनृत्य और संगीत प्रस्तुतियों के माध्यम से ‘वंदे मातरम’ की भावना को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा। कौशल और सांस्कृतिक विभाग सोशल मीडिया, शैक्षणिक संस्थानों और सामाजिक संगठनों के माध्यम से इस आयोजन को व्यापक रूप देने में जुटा है। मंत्री लोढ़ा ने नागरिकों, विद्यार्थियों और समाज के सभी वर्गों से अपील की है कि वे इस ऐतिहासिक ‘वंदे मातरम’ सार्धशती महोत्सव में पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ भाग लें, ताकि राष्ट्रप्रेम और एकता का संदेश अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सके।

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