मुंबई। मध्य रेल के महाप्रबंधक धर्मवीर मीना ने 14 जनवरी 2025 को छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस मुंबई में आयोजित समारोह में 12 कर्मचारियों को संरक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया। ये कर्मचारी मुंबई, भुसावल, सोलापुर, पुणे और नागपुर मंडलों से थे। इन कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान उनकी सतर्कता और अप्रिय घटनाओं को रोकने में उनके योगदान के लिए यह सम्मान दिया गया। पुरस्कार में एक पदक, प्रशंसा प्रमाण पत्र, अनुकरणीय कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र और 2000 रुपए की नकद राशि शामिल है। मुंबई मंडल से धर्मराज सिंह (ट्रेन मैनेजर) ने मालगाड़ी की जांच के दौरान वैगन की खराबी पकड़कर दुर्घटना टाल दी। रामदास चौधरी (ट्रेन मैनेजर) ने रनिंग रूम में आग लगने पर सतर्कता दिखाते हुए बड़ी दुर्घटना रोकी। सचिन जगदाले (फिटर) ने मालगाड़ी के एक्सल बॉक्स में खराबी का पता लगाकर हादसा टाला। भुसावल मंडल से आर. एन. घाटे (मुख्य लोको निरीक्षक) ने ओएचई की टूट-फूट के बावजूद यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की। अनिल कुमार गुप्ता (सहायक लोको पायलट) ने धुआं उठते देख आग पर काबू पाया। अमरेश कुमार (ट्रैक मेंटेनर) ने ट्रैक फ्रैक्चर की सूचना देकर बड़ा हादसा रोका। शालिनी विजय (तकनीशियन) ने वैगन बोल्स्टर की दरार का पता लगाकर दुर्घटना टाली। सोलापुर मंडल से बनवारी लाल (तकनीशियन) ने रखरखाव के दौरान दरार की सूचना देकर हादसा रोका, जबकि येलप्पा संतराम फूलमाली (ट्रैक मेंटेनर) ने ब्रेक बाइंडिंग की समस्या की पहचान कर मालगाड़ी को सुरक्षित किया। पुणे मंडल से अनूप कुमार यादव (ट्रैक मेंटेनर) ने ट्रेन के हॉट ऐक्सल को पहचानकर दुर्घटना रोकी और कुलदीप मौर्य (ट्रैक मेंटेनर) ने ब्रेक बाइंडिंग की समस्या को हल किया। नागपुर मंडल से कुमारी रोशनी अरुणराव (ट्रेन मैनेजर) ने लटकते हिस्से की सूचना देकर मालगाड़ी को रोककर बड़ा हादसा टाल दिया। महाप्रबंधक ने विजेताओं की सतर्कता और बहादुरी की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास सभी कर्मचारियों को यात्रियों की सुरक्षा के प्रति सजग रहने के लिए प्रेरित करेंगे। इस अवसर पर मध्य रेल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।