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बीएमसी भूमिगत केबलों पर शुल्क लगाए, सरकारी अस्पतालों में ‘बाहरी’ मरीजों रोक लगाया जाए: मनसे
मुंबई। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) की वित्तीय चुनौतियों का समाधान करने के लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे ने आज बीएमसी आयुक्त भूषण गगरानी से मुलाकात की। बैठक में ठाकरे ने बीएमसी के राजस्व में बढ़ोतरी के लिए जियो, एयरटेल, वोडाफोन जैसी मोबाइल कंपनियों के साथ-साथ टाटा, अडानी, एमजीएल जैसी बड़ी कंपनियों के भूमिगत केबलों पर उपयोगिता शुल्क लगाने का सुझाव दिया और सवाल उठाया कि जब ऑक्ट्रोई बंद होने के कारण बीएमसी के राजस्व पर दबाव है, तो इन कंपनियों से शुल्क क्यों नहीं वसूला जा रहा। एमएनएस नेता संदीप देशपांडे ने बताया कि ठाकरे ने सरकारी अस्पतालों, खासतौर पर केईएम अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ पर भी चिंता जताई। अस्पताल की क्षमता 2,250 बिस्तरों की है, लेकिन यहां रोजाना 10,000 से अधिक मरीज आते हैं, जिनमें से बड़ी संख्या महाराष्ट्र के बाहर से होती है। ठाकरे ने सुझाव दिया कि सरकारी अस्पतालों में प्राथमिकता उन्हीं मरीजों को दी जाए जिनके आधार कार्ड पर स्थानीय पता दर्ज हो। बैठक के दौरान मनसे ने बीएमसी को एक संरचित दृष्टिकोण अपनाने की अपील की, जिससे बीएमसी की वित्तीय स्थिति में सुधार हो और मुंबई की आवश्यक सेवाओं को अधिक स्थिरता मिल सके।