
मुंबई। नॉर्थ रीजन की साइबर सेल ने एक 25 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है जो एक संगठित साइबर क्राइम गैंग से जुड़ा हुआ था। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने एक नामी निजी बैंक का अधिकारी बनकर शहर के एक निवासी से 19 लाख रुपए की ठगी की। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान ऋत्विक जाधव (25) के रूप में की गई है। जांच के दौरान पुलिस ने आरोपी के कब्जे से तीन मोबाइल फोन, तीन सिम कार्ड, चार डेबिट कार्ड, पांच चेक बुक, तीन पासबुक, दो पैन कार्ड, एक कॉन्ट्रैक्ट एग्रीमेंट और चार रजिस्टर जब्त किए हैं। शिकायतकर्ता, जो नॉर्थ मुंबई में एक निजी फर्म में कार्यरत है, को मार्च 2025 में एक व्हाट्सअप ग्रुप में जोड़ा गया था। यह ग्रुप एक प्रसिद्ध निजी बैंक द्वारा संचालित होने का दावा करता था और नियमित रूप से स्टॉक मार्केट टिप्स तथा निवेश संबंधी सलाह साझा करता था। ग्रुप के एडमिनिस्ट्रेटर ने पीड़ित को एक फर्जी शेयर ट्रेडिंग एप्लिकेशन डाउनलोड कर उसमें निवेश करने के लिए प्रेरित किया। मार्च से अप्रैल 2025 के बीच पीड़ित ने इस ऐप के माध्यम से 19,56,240 रुपए का निवेश किया। शुरुआत में ऐप ने नकली मुनाफा दिखाकर उसका भरोसा जीता, लेकिन जब उसने पैसे निकालने की कोशिश की, तो ट्रांजैक्शन असफल हो गया। इसके बाद पीड़ित के सवालों का कोई जवाब नहीं दिया गया और उसे और निवेश करने के लिए दबाव डाला गया। जब उसने इनकार किया, तो संपर्क पूरी तरह तोड़ दिया गया।
शिकायत दर्ज होने के बाद नॉर्थ रीजन साइबर सेल ने जांच शुरू की। तकनीकी विश्लेषण से पता चला कि पूरा व्हाट्सअप ग्रुप और ट्रेडिंग ऐप नकली थे। फर्जी खातों में ट्रांसफर की गई रकम कई बैंक अकाउंट में बंटी थी, जिनमें से एक अकाउंट ऋत्विक जाधव के नाम पर पाया गया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह कमीशन के बदले कई बैंक अकाउंट खोलता था, जिनका उपयोग ऑनलाइन ठगी के पैसे को छिपाने और आगे ट्रांसफर करने में किया जाता था। पुलिस ने बताया कि आरोपी एक बड़े साइबर फ्रॉड नेटवर्क के लिए फैसिलिटेटर के रूप में काम करता था। ठगी से जुड़े सभी बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं। अधिकारी ने कहा कि इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए जांच जारी है।




