
ठाणे। मीरा-भायंदर के जुड़वां शहर में अवैध रूप से संचालित हो रहे हुक्का जॉइंट न केवल युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं, बल्कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी कर उनके जीवन को भी खतरे में डाल रहे हैं। काशीमीरा इलाके में स्थित एक कॉलेज के पास चल रहे ऐसे ही एक हुक्का अड्डे पर शुक्रवार को मानव तस्करी निरोधक इकाई (AHTU) ने तड़के 3:20 बजे छापा मारा।
1993-द कंटेनर किचन’ नामक इस रेस्तरां में तंबाकू युक्त हुक्का परोसे जाने की जानकारी के आधार पर की गई कार्रवाई के दौरान पुलिस ने 19,000 रुपये से अधिक मूल्य के हुक्का पाइप, बर्तन और तंबाकूयुक्त धूम्रपान सामग्री जब्त की। इसके साथ ही रेस्तरां के प्रबंधक, कैशियर और वेटर सहित कुल सात कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया। इन पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 287 (ज्वलनशील पदार्थों के साथ लापरवाही) सहित अन्य धाराओं और कोप्टा अधिनियम, 2003 के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। वहीं 7 महिलाओं सहित 11 ग्राहकों को हिरासत में लिया गया, जो प्रतिबंधित समय के बाद भी रेस्तरां में मौजूद थे। यह घटना कमला मिल्स हादसे की याद दिलाती है, जहां दिसंबर 2017 में हुक्का चारकोल से लगी आग में 14 लोगों की जान चली गई थी। इसके बावजूद मीरा-भायंदर में कई ऐसे हुक्का बार अब भी नियमों को दरकिनार कर बिना अग्निसुरक्षा उपायों के संचालन कर रहे हैं। इन पर नगर निगम और संबंधित प्रशासनिक निकायों की निष्क्रियता सवालों के घेरे में है।