
मुंबई। महाराष्ट्र सरकार के ‘उमेद’ अभियान के तहत महिला किसान-उत्पादक कंपनियों के उत्पादों को देश के सबसे बड़े खाद्य एक्सपो, SIAL इंडिया 2025 में विशेष सराहना मिली है। यह आयोजन मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में चल रहा है। ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री जयकुमार गोरे के प्रयासों से महिलाओं की इस भागीदारी ने उनके उत्पादों को वैश्विक बाजार तक पहुँचाने का मार्ग प्रशस्त किया है। इस प्रदर्शनी में 17 से अधिक उत्पाद शामिल किए गए, जिनमें अनार, केला, शेवगा, नासिक का लाल प्याज, धाराशिव का न्यूट्री शेवया, वैगांव की जीआई हल्दी, देवगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग का हापुस आम, सतारा की बाजरा कुकीज़ और घनीवर तेल, सोलापुर का मालदंडी ज्वार, प्रसिद्ध इंद्रायणी और चिनूर चावल, चारु तुरदाल, बाजरा, राचन और मिर्च जैसे उत्पाद प्रमुख आकर्षण रहे। इस एक्सपो का उद्घाटन सीआईएएल के महानिदेशक निकोलस ट्रेंट्रेसॉक्स और एपीडा अध्यक्ष अभिषेक देव ने किया। निकोलस ट्रेंट्रेसॉक्स ने उमेद के स्टॉलों का निरीक्षण कर उनकी गुणवत्ता की सराहना की और उन्हें गल्फ सियाल व दिल्ली सियाल में भाग लेने का निमंत्रण दिया। वहीं, अभिषेक देव ने घोषणा की कि उमेद के उत्पाद एपीडा पोर्टल पर उपलब्ध कराए जाएँगे। उमेद अभियान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नीलेश सागर और मुख्य परिचालन अधिकारी निखिल कुमार ओसवाल ने इस पहल को ग्रामीण महिलाओं की मेहनत का परिणाम बताया और विश्वास जताया कि यह सफलता महाराष्ट्र की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई मजबूती प्रदान करेगी। हाल ही में, ग्रामीण विकास मंत्री जयकुमार गोरे की पहल पर ‘उमेद’ अभियान के उत्पादों के लिए दिल्ली स्थित महाराष्ट्र सदन में एक स्थायी शोरूम भी स्थापित किया गया है।
SIAL इंडिया 2025 में मिली इस सफलता ने ग्रामीण महिलाओं के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों के द्वार खोल दिए हैं। यह उपलब्धि महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है।