
नागपुर। पुलिस ने महाराष्ट्र के नागपुर जिले में विस्फोटक बनाने वाली फैक्टरी में विस्फोट के संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। इस घटना में नौ लोगों की मौत हो गयी थी। इस भयावह हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) और खुफिया एजेंसियों ने इस बात की भी जांच शुरू कर दी है कि इस विस्फोट के पीछे कहीं कोई साजिश तो नहीं थी। एटीएस हर एंगल से मामले की पड़ताल कर रही है। एटीएस टीम ने करीब चार घंटे तक पूरे इलाके का गहन निरीक्षण किया। यूनिट में हुई हर गतविधि की पड़ताल की। हालांकि कुछ भी संदिग्ध मिलने की सूचना फ़िलहाल नहीं मिली है। विस्फोट में मारे गये नौ कर्मचारियों और उनके परिजनों के बारे में भी जानकारियां जुटाई जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक, एसटीएस टीम ने घटना से पहले के चार घंटे के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। पिछले दो दिनों में सोलर एक्सप्लोसिव कंपनी में आये अधिकारियों, कर्मियों एवं अन्य व्यक्तियों के नाम एवं पते, किस समय वे आये, कितनी देर रुके, कितनी देर बाहर रहे, सभी जानकारियां एकत्र की जा रही है. एसटीएस ने उनके नाम और पते भी लिए है। सोलर दो हजार एकड़ में फैला हुआ है। विस्फोटित इकाई में तार की बाड़ लगी हुई है। कंपनी को रक्षा उत्पादों का बड़ा ठेका मिला है। इसलिए खुफिया एजेंसियों के साथ सेना ने भी इस घटना को गंभीरता से लिया है। धमाके की हर तरह से जांच चल रही है।
अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
कोंढाली पुलिस थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक पंकज वाघोडे की शिकायत पर भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (ए) (लापरवाही से मौत) और 286 (विस्फोटक पदार्थ के संबंध में लापरवाही पूर्ण आचरण) के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा पूछताछ के दौरान आरोपियों की शिनाख्त की जाएगी। यह विस्फोट उस समय हुआ जब श्रमिक ‘ट्राइनाट्रोटॉल्विन’ (टीएनटी) रसायन के उत्पादन और पैकेजिंग में लगे हुए थे। यह विस्फोटक सेना द्वारा इस्तेमाल में लाया जाता है। पुलिस अधिकारी ने कहा वे कोयला खदान में विस्फोट में इस्तेमाल होने वाले बूस्टर में टीएनटी भरने के बाद इसकी पैकिंग कर रहे थे। उन्होंने बताया कि विस्फोट इतना भयंकर था कि सुबह 6 बजे से दोपहर दो बजे की पाली में काम कर रहे श्रमिकों के चिथड़े उड़ गए। इमारत भी ढह गयी और शरीर के अंग मलबे में दब गए।




