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नई दिल्ली। शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही विपक्षी दलों के हंगामे की भेंट चढ़ गई। सदन शुरू होते ही नीट और नेट पेपर लीक के मुद्दे पर विपक्षी दलों के सांसदों ने जोरदार हंगामा करना शुरू कर दिया, जिसके कारण लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों की कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार किसी भी प्रकार की चर्चा के लिए तैयार है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह चर्चा सदन की मर्यादा के तहत होनी चाहिए। प्रधान ने कहा, “हम किसी भी विषय का सामना करने के लिए तैयार हैं। हमारा दायित्व देश के और नौजवानों के प्रति है। मैं छात्रों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि कार्रवाई शुरू हो चुकी है। सीबीआई की गाज गिरने वाली है, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी। राजनीति से दूर होकर चर्चा की अपील केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने विपक्षी दलों से सदन में शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा, “यह मामला न्यायालय के संज्ञान में है और इस पर जांच चल रही है। मैं विपक्ष के नेता से भी निवेदन करता हूं कि इस मुद्दे पर आप राजनीति से दूर होकर चर्चा करें।” हालांकि, सदन में भारी शोर-शराबे के बाद लोकसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी। इससे पहले विपक्षी दलों ने सरकार से नियम 267 के तहत सदन में पेपर लीक पर चर्चा कराने की मांग की थी। कांग्रेस पार्टी, आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के सांसदों ने पेपर लीक पर सरकार से चर्चा की मांग उठाई थी। लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों में पेपर लीक पर दिन भर हंगामा होता रहा।